कुरुक्षेत्र के शाहबाद उपमंडल में सूरजमुखी की फसल एमएसपी पर खरीद और अन्य मुद्दों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (गुरनाम चढूनी) की अगवाई में किसानों ने मंगलवार को जीटी रोड जाम कर दिया.
प्रशासन ने इस आंदोलन को लेकर हाई अलर्ट घोषित किया था. लेकिन किसानों और बीकेयू के कार्यकर्ताओं ने पूरे जीटी रोड को जाम कर दिया. भारी संख्या में किसान सड़कों पर उतर गए. बड़ी संख्या में किसान प्रदर्शन करते देखे गए.
आंदोलनकारी किसानों और बीकेयू के कार्यकर्ताओँ ने कहा कि सरकार जब तक सूरजमुखी की खरीद एमएसपी पर नहीं करेगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. किसान अपनी मांगें ऐसे ही उठाते रहेंगे.
किसानों का कहना है कि सरकार ने सूरजमुखी की खरीद एमएसपी पर शुरू करने की बात कही थी. लेकिन इसमें भावांतर भरपाई स्कीम को भी शामिल कर लिया गया है. जब तक 6400 रुपये का रेट नहीं मिलता, वे आंदोलन जारी रखेंगे.
सरकार ने सूरजमुखी के लिए 4800 रुपये का रेट देने की घोषणा की है. इसके अलावा भावांतर भरपाई स्कीम के अंतर्गत प्रति क्विंटल 1000 रुपये दिए जा रहे हैं. इतना कुछ के बावजूद किसानों को प्रति क्विंटल 600 रुपये का घाटा हो रहा है क्योंकि सूरजमुखी की एमएसपी 6400 रुपये प्रति क्विंटल है.
किसानों की मांग है कि उनकी सूरजमुखी की उपज 6400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी जाए. किसान इस बात पर विरोध कर रहे हैं कि सूरजमुखी को भावांतर भरपाई स्कीम के तहत न खरीद कर एमएसपी पर खरीद की जाए.
उधर अंबाला कैंट अनाज मंडी के बाहर किसान शुक्रवार से ही विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बीकेयू के कार्यकर्ता और किसानों ने अनाज मंडी के बाहर हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि जब तक सूरजमुखी की सरकारी खरीद शुरू नहीं होती, वे अनाज मंडी का ताला नहीं खुलने देंगे.(कुरुक्षेत्र से चंद्र प्रकाश का इनपुट)