उत्तर प्रदेश के हरदोई में गौशाला में पल रहे पशुओं के भूसा खरीद में बड़ी अनियमितता सामने आई है. जिले की 40 ऐसी गौशालाएं हैं जिनके लिए भूसा खरीद में करोड़ों की हेराफ़ेरी हुई है. 2020-21 में जिले की 40 गौशालाओं के लिए भूसा खरीद की ऑडिट रिपोर्ट में जिम्मेदार अधिकारी के द्वारा डेढ़ करोड़ रुपए से भी अधिक मूल्य का गायों का भूसा की रसीदे गायब पाई गई है. बिहार में पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव चारा घोटाला का केस काफी चर्चाओं में रहा लेकिन हरदोई में ग्राम प्रधान और सचिव के द्वारा लालू यादव के चारा घोटाले की फिर से पटकथा लिख दी हैं. फिलहाल इस मामले की जांच शुरू हो गई है
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का चारा घोटाला भले ही दो दशक पहले हुआ हो लेकिन इसकी यादें फिर ताजा हो गई है. हरदोई में एक ऐसे ही चारा खरीद में हुई बड़ी अनियमितता का मामला सामने आया है. हरदोई जनपद में 40 गौशाला में भूसा खरीद के नाम पर 41 भुगतानों में भारी अनियमितता पाई गई है. जांच के दौरान भुगतान में एक करोड़ 62 लाख 36 हजार 672 रुपए की अनियमितता पाई गई है. इस पूरे मामले की जांच टीम ने पूरी रिपोर्ट बनाकर पशु चिकित्सा अधिकारी को भेज दिया है.
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हरदोई में पशुओं के चारे खरीद के नाम पर हुए घोटाले में तत्कालीन खंड विकास अधिकारी और पशु चिकित्सा अधिकारी को जिम्मेदार माना गया है. वर्ष 2020-21 में भूसा खरीद में भुगतान से जुड़ा यह मामला है जिसमें अस्थाई गौशाला और बृहद गौशाला में रखे जाने वाले मवेशियों के लिए भूसा खरीदा गया. भूसे के भुगतान से पहले ही संबंधित खंड विकास अधिकारी और पशु चिकित्सा अधिकारी संयुक्त रूप से पशुओं की संख्या समेत कई बिंदुओं का सत्यापन करके धनराशि को जारी करते हैं. ऑडिट उपनिदेशक ने स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग के द्वारा की गई जांच में 2020-21 में भूसा खरीद में अनियमितता पाई गई है. जिले की मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रचना दीक्षित ने किसान तक से बात करते हुए बताया की ऑडिट रिपोर्ट मिली है. इसे घोटाला नहीं कहा जा सकता है. ऑडिट में भूसा खरीद के संबंध में रसीदें नहीं लगाई गई थी जिसके लिए ब्लॉक स्तर के अंतर्गत आने वाले प्रधानों और सचिव से खरीद के संबंध में रसीद मांगी गई है. इसके लिए उन्हें नोटिस जारी किया गया है.