World Seafood Congress 2026 देश के फिशरीज सेक्टर के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. हर दो साल बाद होने वाली वर्ल्ड सीफूड कांग्रेस 2026 इस बार भारत में होगी. ऐसा दावा किया जाता है कि सीफूड से जुड़ा ये वर्ल्ड का सबसे बड़ा कार्यक्रम है. इस कार्यक्रम में फिशरीज और सीफूड से जुड़े सभी सेक्टर इसमे शामिल होते हैं. इस बड़े कार्यक्रम का आयोजन इंटरनेशन एसोसिएशन ऑफ फिश इंस्पेक्टर्स (IAFI) की ओर से किया जाता है. एसोएिशन की प्रेसिडेंट ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शुक्रवार को ये जानकारी देते हुए बताया कि भारत में होने वाला ये कार्यक्रम भारत के सीफूड और एक्वाकल्चर को एक नई दिशा देगा.
कार्यक्रम का आयोजन चैन्नई में किया जाएगा. गौरतलब रहे भारत सीफूड और एक्वाकलचर में तेजी से बढ़ रहा है. भारत का सीफूड एक्सपोर्ट 60 हजार करोड़ का हो चुका है. जल्द ही ये एक लाख करोड़ पर पहुंच जाएगा. वहीं एक्वाकल्चर में मछली उत्पादन की बात करें तो 195 लाख टन हो चुका है. इनलैंड फिशरीज में भारत दूसरे स्थान पर है.
IAFI की प्रेसिडेंट डॉ. इयान गोल्डिंग और पीडीए वेंचर्स लिमिटेड के प्रेसिडेंट प्रदीप देवैया ने जानकारी देते हुए बताया कि सीफूड कांग्रेस के दौरान सीफूड और एक्वाकल्चर विषय पर कांफ्रेंस, वर्कशॉप, पोस्टर कॉम्पटीशन, ट्रेड फेयर के साथ ही अवार्ड दिए जाएंगे और टेक्निरकल विजिट भी होंगी. प्रदीप देवैया ने बताया कि एकेडमिक, रिसचर, कंसल्टेंट, सीएसआर मैनेजर, एक्सपर्ट, शैफ, कोऑर्डिनेटर, फिशरीज साइंटिस्ट, मरीन बॉयोलॉजिस्ट, मरीन पॉलिसी एनॉलिस्ट, फिशर और एक्वाकल्चर ऑपरेट, सीफूड प्रोसेसर, सीफूड सेफ्टी इंस्पेक्टर्स, सप्लाई चेन लॉजिस्टिऔक, टेक्नोलॉजी डवलपर्स, वेस्ट मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.
डॉ. इयान गोल्डिंग ने बताया कि 1999 वर्ल्ड सीफूड कांग्रेस की शुरुआत हुई थी. ये हर दो साल बाद आयोजित की जाती है. अभी तक इसका आयोजन कनाडा, नीदरलैंड, आस्ट्रेलिया, आयरलैंड, मोरक्को, अमेरिका, यूके, आइसलैंड, मलेशिया और पुर्तगाल में किया जा चुका है. भारत में पहली बार चैन्नई में आयोजित की जा रही है.
प्रदीप देवैया ने बताया कि वर्ल्ड सीफूड कांग्रेस 2026 के आयोजन में भारत के आयोजक और सहयोगी संस्थान भी हैं. जिसमें मुख्य आयोजक मत्स्य पालन विभाग, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार, सह-आयोजक IAFI, संयोजक संस्था National Fisheries Development Board (NFDB), हैदराबाद, मेज़बान PDA Ventures Pvt Ltd होंगे. वहीं सहयोगी मंत्रालय और संस्थान के तौर पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, MPEDA (कोच्चि), नीति आयोग, ICAR, CMFRI, CIBA, FAO (संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन), UNIDO, World Fish, NCSCM, IMIA, FAITT आदि शामिल रहेंगे.
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