Dairy Farm management : दूध उत्पादन और उसकी क्वालिटी को लेकर पशुपालन मंत्री ने कही ये बड़ी बात 

Dairy Farm management : दूध उत्पादन और उसकी क्वालिटी को लेकर पशुपालन मंत्री ने कही ये बड़ी बात 

डेयरी फार्म में रोजाना की सफाई का बहुत महत्व है. केन्द्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय खुद भी सोशल मीडिया पर पशुपालकों को डेयरी फार्म की साफ-सफाई के लिए जागरुकता वाली पोस्ट शेयर करता है. वहीं फार्म में सफाई रखने से भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के नियम भी पूरे हो जाते हैं और जुर्माने का डर नहीं रहता है. 

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नासि‍र हुसैन
  • Delhi,
  • Nov 11, 2025,
  • Updated Nov 11, 2025, 12:47 PM IST

डेयरी सेक्टर में दूध उत्पादन और उसकी क्वालिटी को लेकर खूब चर्चा होती है. दूध उत्पादन कैसे बढ़ेगा. उत्पादन बढ़ने पर दूध में क्वालिटी कैसे आएगी. क्वालिटी के लिए दूध में फैट की मात्रा कैसे बढ़ाई जाए. डेयरी के बहुत सारे कार्यक्रम में इसे लेकर चर्चा होती है. शायद इसी को देखते हुए केन्द्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी राज्यमंत्री डॉ. एसपी सिंह बघेल ने पशुपालकों के लिए सोशल मीडिया पर कुछ सलाह दी है. उनका कहना है कि ये कोई जरूरी नहीं है कि दूध उत्पादन तभी बढ़ेगा जब डेयरी फार्म बड़ा होगा. 

या बड़ा डेयरी फार्म होने पर ही दूध की क्वालिटी में सुधार आएगा. छोटे डेयरी फार्म पर भी दूध उत्पादन बढ़ने के साथ उसकी क्वालिटी में सुधार आता है. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि हम डेयरी फार्म संचालन से जुड़े रखरखाव के नियमों का रोजाना पालन करें. क्योंकि दूध की क्वालिटी और पशुओं की हैल्थ के लिए जरूरी है कि डेयरी फार्म में साफ-सफाई रहे. 

पशुपालन मंत्री ने दिए ये टिप्स 

दूध उत्पादन बढ़ाने और क्वालिटी में सुधार लाने के लिए पशुपालकों को कुछ टिप्स दिए हैं. उनका कहना है कि डेयरी फार्म में साफ-सफाई रखने, पशुओं को हेल्दी रखने और फार्म से जुड़ी रोजाना की प्रक्रि या का सही तरीके से पालन करने से दोनों काम किए जा सकते हैं. दूध उत्पादन बढ़ाने और क्वालिटी सुधारने पर इस बात का कतई असर नहीं पड़ता कि डेयरी फार्म छोटा है या बड़ा. 

FSSAI के मुताबिक डेयरी फार्म में रोजाना ऐसे होगी सफाई 

  • डेयरी फार्म में सफाई के लिए हौज पाइप का इस्तेमाल करें. 
  • पाइप की मदद से गोबर और दूसरे कचरे को पानी से एक साथ बहा दें. 
  • ठोस वेस्ट को फावड़ों से इकट्ठा करके ठेला गाड़ी से उठाकर ले जाएं. 
  • बड़ी पशुशालाओं में इसके लिए बैलगाड़ी या ट्रैक्टर ट्रॉली इस्तेमाल की जा सकता है.
  • नाली “यू” आकार की बनवानी चाहिए, गहराई 6-8 सेमी, चौड़ाई 30-40 सेमी होनी चाहिए.
  • डेयरी फार्म और पशुपालन शेड की नालियों में उपयुक्त ढलान रखा जाना चाहिए.
  • बड़े पशु शेड में सभी नालियों को एक में जोड़कर रखना चाहिए.
  • हर शेड से निकलने वाली तरल खाद को मुख्य फार्म वाली नाली से जोड़ देना चाहिए.
  • नाली तरल खाद को इंस्पेक्शन कक्ष और सैटिंग चेम्बर के जरिए स्टोरेज टैंक में ले जाती है.
  • पानी उपलब्ध हो तो प्रेशर द्वारा फर्श को धोकर तरल और ठोस खाद खुली जगह में ले जाएं.
  • पशुशाला में पर्याप्त चौड़ाई वाली नालियों के नेटवर्क का निर्माण एक अनिवार्य जरूरत है.
  • गोबर मिक्स पानी को चारा घास के खेतों में या बॉयोगैस संयंत्रों में स्लरी के तौर पर इस्तेमाल करें. 
  • ठोस खाद को अलग से इकट्ठा कर खाद के गड्ढे में अच्छे तरीके से स्टोर किया जाना चाहिए. 
  • इस तरह से खाद सही तरह डीकंपोज हो जाएगी और किसी मक्खियों का संक्रमण भी नहीं होगा.

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