देश में मुर्गी पालन धीरे-धीरे बिजनेस का रूप ले रहा है. अब गांव में किसान प्रोफेशनल तरीके से मुर्गी पालन कर रहे हैं. इससे उन्हें अच्छी कमाई हो रही है. लेकिन कई बार जानकारी के अभाव में मुर्गी पालकों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है. क्योंकि मौसम में बदलाव आते ही मुर्गियों के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है. इसलिए मुर्गी पालकों को मौसम के हिसाब से पोल्ट्री फार्म में इंतजाम करना चाहिए. अगर मुर्गियों को जरूरत से ज्यादा गर्मी लगे, तो वे तनाव में आ जाती हैं. इससे उनकी मौत भी हो सकती है. इसलिए मुर्गी पालकों को मौसम में परिवर्तन होते ही पोल्ट्री फार्म में बदलान शुरू कर देना चाहए.
एक्सपर्ट के मुताबिक, पोल्ट्री फार्म की मुर्गियां 25 से 31 डिग्री तापमान रहन करती हैं. अगर तापमान 25 डिग्री से नीचे या फिर 31 से ऊपर जाता है उन्हें परेशानी होने लगती है. खास कर गर्मी के मौसम में मुर्गियों में हीट स्ट्रैस के मामले बढ़ जाते हैं. इसलिए मुर्गी पालकों को गर्मी के मौसम आते ही अपने पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों को लू और तपन से बचाने के लिए पंखे और कुलर की व्यवस्था करनी चाहिए. इससे उनकी मृत्यु दर को रोका जा सकता है. इसके अलावा मुर्गियों के ऊपर ठंडे पानी का भी छिड़काव करते रहना चाहिए. इससे उनके शरीर का तापमान संतुलित रहता है.
ये भी पढ़ें- Wheat Price: गेहूं के दाम में भारी उछाल, 50 रुपये किलो हुआ अधिकतम भाव, जानिए कितना है मंडी रेट
ऐसे भी मुर्गियां गर्मी के चलते तनाव में आ जाती हैं. वे अपने शरीर की अतिरिक्त गर्मी को छोड़ने के लिए संघर्ष करती हैं. इससे उनमें अंडा देने की शक्ति कम हो जाती है. खास बात यह है कि अधिक गर्मी के चलते मुर्गियों को सांस लेने में परेशानी होने लगती हैं. वे तेजी से सांस लेने लगती हैं. साथ ही खाना भी कम कर देती हैं, जिसके चलते अंडों का उत्पादन कम हो जाता है. कभी-कभी अधिक गर्मी से उनकी मौत भी हो जाती है.
पोल्ट्री फार्म में हवादार खिड़की और दरवाजे रखें. गर्मी के मौसम आते ही ठंडी हवा आने के लिए खिड़की और दरवाजे खोल दें. साथ ही एग्जास्ट फैन लगाना चाहिए, ताकि अंदर की गर्म हवा जल्दी बाहर निकल जाए. इसके अलावा फार्म की बाहरी दीवारों पर गीली बोरी का इस्तेमाल करें. इससे पॉल्ट्री फॉर्म के अंदर का तापमान संतुलित रहेगा. वहीं, डिहाईड्रेशन और गर्मी के असर को कम करने के लिए पोल्ट्री फार्म में ताजा और ठंडा पीने का पानी भी रखें. पानी की क्वालिटी को बेहतर बनाए रखने और उसकी जांच करने करने वाले उपकरण लगवाएं. पानी का छिड़काव भी करवा सकते हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि गर्मी के मौसम में मुर्गियों को चारे में पोषक तत्व जरूर दें. मुर्गियों का फीड इस तरह से तैयार करें, जो हीट स्ट्रै्स को कम करने वाला हो.
ये भी पढ़ें- Success Story: मल्टी स्पेसीज फार्मिंग से आदिवासी किसान की आय बढ़ी, आधे एकड़ के फार्म से 6 लाख की कमाई