
Green Fodder Silage सर्दियों के दौरान अगर पशुपालन और चारा फसल को लेकन प्लान कर लिया जाए तो चारा बेचकर मुनाफा भी कमाया जा सकता है और उसी चारे को खाकर पशु भी खूब दूध देंगे. ये वो वक्त है जब गर्मियों के लिए अभी से चारे का साइलेज बनाकर स्टोर किया जा सकता है. एक्सपर्ट की मानें तो सदियों के मौसम में दलहनी हरा चारा खूब मिलता है. रसदार दलहनी हरा चारा मिनरल मिक्चर की कमी को भी पूरा करता है. लेकिन भेड़-बकरी हो या फिर गाय-भैंस सभी को हरा चारा देने की मात्रा तय है.
अगर उससे ज्यादा खाने को दिया तो पशुओं को दस्त लगने के साथ ही डायरिया हो सकता है और अफरा जैसी परेशानी भी उठानी पड़ सकती है. इसलिए जितनी जरूरत हो उतना खिलाने के बाद बचे हुए चारे का साइलेज बनाया जा सकता है. ऐसे में दलहनी चारे का साइलेज बनाकर मुनाफा कमाने के साथ-साथ गर्मियों में अपने पशुओं को खिलाकर भरपूर दूध भी लिया जा सकता है.
चारा एक्सपर्ट की मानें तो हरा चारा स्टोर करने और उसका साइलेज बनाने के लिए उसके पत्तों को पहले सुखा लें. लेकिन ख्याल रहे कि जिस चारे को हम साइलेज बनाने जा रहे हैं उसे पकने से कुछ दिन पहले ही काट लें. इसके बाद उसे धूप में सुखाने रख दें. लेकिन चारे को सुखाने के लिए कभी भी उसे जमीन पर डालकर न सुखाएं. चारा सुखाने के लिए जमीन से कुछ ऊंचाई पर जाली वगैरह रखकर उसके ऊपर चारे को डाल दें. इसे लटका कर भी सुखाया जा सकता है. क्योंकि जमीन पर डालने से चारे पर मिट्टी लगने का खतरा रहेगा जो फंगस आदि की वजह बन सकती है.
जब चारे में 15 से 18 फीसद के आसपास नमी रह जाए तो उसे सूखी जगह पर रख दें. इस बात का ख्याल रहे कि अगर चारे में नमी ज्यादा रह गई तो उसमे फंगस आदि लग जाएंगे और चारा खराब हो जाएगा. इतना ही नहीं इस खराब चारे को गलती से भी पशु ने खा लिया तो वो बीमार हो जाएगा. बकरी के लिहाज से साइलेज का एक बैग पांच से छह किलो को बनाएं और उसे खोलने के बाद आठ से 10 दिन में खत्म कर लें.
एक्सपर्ट का कहना है कि बरसीम, ओट और चरी पतले तने वाली चारे की फसल हैं. इन्हें आसानी से सुखाकर स्टोर किया जा सकता है. लेकिन किसी भी चारे की फसल को स्टोर करते वक्त इस बात का भी खास ख्याल रखें कि स्टोर किए जा रहे चारे की मात्रा उतनी ही हो कि चारे की आने वाली नई फसल तक स्टोर किया गया चारा खत्म हो जाए.
ये भी पढ़ें- Poultry Feed: पोल्ट्री फार्मर का बड़ा सवाल, विकसित भारत में मुर्गियों को फीड कैसे मिलेगा
ये भी पढ़ें- Poultry Board: पशुपालन मंत्री और PFI ने पोल्ट्री फार्मर के लिए की दो बड़ी घोषणाएं, पढ़ें डिटेल