बकरी के नवजात बच्चों की ऐसे करें देखभाल, एक्सपर्ट के बताए इन 10 टिप्स पर करें गौर

बकरी के नवजात बच्चों की ऐसे करें देखभाल, एक्सपर्ट के बताए इन 10 टिप्स पर करें गौर

यदि आप बकरी पालक हैं और आप अपनी बकरी के नवजात बच्चों की बेहतर देखभाल की जानकारी पाना चाहते हैं, तो जान लें एक्सपर्ट के बताए इन 10 टिप्स के बारे में. इन 10 टिप्स को अपनाकर आप बेहतर तरीके से बकरी के नवजात बच्चों की देखभाल कर सकते हैं.  

बकरी के नवजात बच्चे
संदीप कुमार
  • Noida,
  • Apr 04, 2024,
  • Updated Apr 04, 2024, 11:45 AM IST

गांव-देहात में बकरी पालन अब एक बेहतर रोजगार बनते जा रहा है. बकरी पालन का काम ग्रामीण क्षेत्रों में बीते कई दशकों से चलते आ रहा है, लेकिन वर्तमान समय में बकरी पालन एक कारोबार के रूप में तेजी से विकसित हो रहा है. बकरी पालन के व्यवसाय से जुड़कर कई लोग आर्थिक तौर पर अपने जीवन में बदलाव ला रहे हैं. इसलिए भारत में कृषि के बाद बड़े पैमाने पर पशुपालन किया जाता है. लेकिन कई बार किसानों को पशुपालन की कई जानकारियां नहीं होती हैं.

जानकारी के अभाव में किसानों का भारी नुकसान हो जाता है. इससे बचने के यह जानना जरूरी है कि बकरी के नवजात बच्चों का बेहतर तरीके से देखभाल कैसे करें. ऐसे में बकरी पालन करने वाले पशुपालकों को इन बातों की पूरी जानकारी होना जरूरी है कि बकरी के नवजात बच्चों की कैसे देखभाल करें. आइए जानते हैं एक्सपर्ट के बताए इन 10 टिप्स के बारे में.

इन 10 टिप्स पर करें गौर

1. जब बकरी का बच्चा पैदा हो तब उसका मुंह और नाक साफ करें. साथ ही पेट से एक इंच नीचे से उसकी नाल काटें और उसमें धागा बांधकर टिंचर लगाएं.

2. नवजात बच्चे के खुर को साफ करें और सामने का नरम भाग तोड़कर अलग कर दें. इससे बच्चे को खड़े होने में सुविधा होती है.

3. बकरी के नवजात बच्चे को बकरी के पास यानी उसके मां के पास रखें, ताकि बकरी बच्चे को चाट सके. दरअसल बदन को चाटने से बच्चे में गर्मी पैदा होती है.

4. बकरी के थन को पोटाश के पानी से अच्छी तरह से धोएं. ऐसा इसलिए क्योंकि अगर बच्चा दूध पिए तो कोई बैक्टीरिया या गंदगी उसके पेट में न जाए.

5. नवजात बच्चे को जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी बकरी का पहला दूध पिलाएं. यह बहुत जरूरी होता है क्योंकि इससे बच्चे में बीमारी से लड़ने की क्षमता पैदा होती है.

6. जब बच्चा 15 दिन का हो जाए तो उसे नरम हरा चारा और दाना थोड़ा-थोड़ा करके खाने के लिए दें. फिर इसकी मात्रा धीरे-धीरे करके बढ़ाएं.

7. जब बच्चा तीन महीने का हो जाए तो उसे दूध पिलाना बंद कर दें. इससे बकरी दोबारा गर्भधारण के लिए तैयार हो जाती है.

8. बच्चा जब तीन महीने का हो जाए तो बच्चे को पहली बार कृमिनाशक दवा पिलाएं. इसके अलावा बच्चों को पशु चिकित्सक से संपर्क करके टीकाकरण करवाएं.  

9. जब बच्चे तीन महीने के हो जाएं तो उन्हें खुले मैदान या खेतों में चरने के लिए छोड़ दें.

10. इसके अलावा हर महीने एक बार बच्चों का वजन करें, इससे उनके वजन में होने वाली बढ़ोतरी की जानकारी मिलती रहेगी.

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