मछलियों की बढ़वार (ग्रोथ) के लिए जितना फीड जरूरी है उतना ही तालाब के पानी का हेल्दी होना भी जरूरी है. क्योंकि पानी के साथ ही मछलियों की हैल्थ जुड़ी होती है, और जब हैल्थ अच्छी होगी तो मछलियां तेजी से ग्रोथ करेंगी. तेजी से उनका वजन बढ़ेगा. उन्हें कोई बीमारी भी नहीं होगी. इसी के चलते एनिमल एंड फिशरीज डिपार्टमेंट, बिहार ने सोशल मीडिया पर एक एडवाइजरी जारी की है. इसमे बताया गया है कि कैसे बड़ी मछलियों के तालाब और नर्सरी तालाब की देखभाल करनी है. तालाब में कब जरूरत के हिसाब से क्या डालना है इसकी भी जानकारी एडवाइजरी में दी गई है.
विभाग का कहना है कि खासतौर पर जब तालाब का पानी हरे रंग का हो जाए तो उसमे चूने और गोबर का इस्तेमाल फौरन बंद कर दें. और इस बात का भी खास ख्याल रखें कि मछलियों को दिया जा रहा फीड क्वालिटी का है के नहीं. समय-समय पर तालाब की सफाई की जा रही है या नहीं. साथ ही तालाब में रहने के लिए मछलियों को जरूरत की जगह मिल रही हो. फिशरीज एक्सपर्ट की मानें तो अगर इन सब चीजों का ध्यान ना रखा जाए तो मछली की ग्रोथ तो रुकती ही है, साथ में मछलियां बीमार होकर मरने भी लगती हैं.
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