Fish Pond Care: मछलियों के तालाब का पानी हरा हो जाए तो फौरन बंद कर दें चूने-गोबर का इस्तेमाल

Fish Pond Care: मछलियों के तालाब का पानी हरा हो जाए तो फौरन बंद कर दें चूने-गोबर का इस्तेमाल

मछलियों के तालाब को हेल्दी बनाए रखने के लिए जरूरी है कि तालाब में मछली का बीज डालने से पहले तालाब से जलीय खर-पतवार को बाहर निकाल दिया जाए. खर-पतवार निकालने के लिए मजदूरों की मदद ली जा सकती है. जाल से भी इसको निकाला जा सकता है. रासायनिक दवा का छिड़काव करके भी खरपतवार को साफ किया जा सकता है. 

तालाब बनाने में सरकार करेगी मददतालाब बनाने में सरकार करेगी मदद
नासि‍र हुसैन
  • NEW DELHI,
  • May 14, 2025,
  • Updated May 14, 2025, 11:50 AM IST

मछलियों की बढ़वार (ग्रोथ) के लिए जितना फीड जरूरी है उतना ही तालाब के पानी का हेल्दी होना भी जरूरी है. क्योंकि पानी के साथ ही मछलियों की हैल्थ जुड़ी होती है, और जब हैल्थ अच्छी होगी तो मछलियां तेजी से ग्रोथ करेंगी. तेजी से उनका वजन बढ़ेगा. उन्हें कोई बीमारी भी नहीं होगी. इसी के चलते एनिमल एंड फिशरीज डिपार्टमेंट, बिहार ने सोशल मीडिया पर एक एडवाइजरी जारी की है. इसमे बताया गया है कि कैसे बड़ी मछलियों के तालाब और नर्सरी तालाब की देखभाल करनी है. तालाब में कब जरूरत के हिसाब से क्या डालना है इसकी भी जानकारी एडवाइजरी में दी गई है. 

विभाग का कहना है कि खासतौर पर जब तालाब का पानी हरे रंग का हो जाए तो उसमे चूने और गोबर का इस्तेमाल फौरन बंद कर दें. और इस बात का भी खास ख्याल रखें कि मछलियों को दिया जा रहा फीड क्वालिटी का है के नहीं. समय-समय पर तालाब की सफाई की जा रही है या नहीं. साथ ही तालाब में रहने के लिए मछलियों को जरूरत की जगह मिल रही हो. फिशरीज एक्सपर्ट की मानें तो अगर इन सब चीजों का ध्यान ना रखा जाए तो मछली की ग्रोथ तो रुकती ही है, साथ में मछलियां बीमार होकर मरने भी लगती हैं.   

बड़ी मछलियों और नर्सरी तालाब की ऐसे करें देखभाल 

  • तालाब के पानी का रंग जैसे ही हरा हो जाए तो चूने-गोबर का इस्तेमाल 15 दिन से लेकर एक महीने तक के लिए बंद कर दें. 
  • जब बरसात के दौरान बारिश ज्यादा हो तो 15 से 20 किलो चूना घोल बनाकर प्रति एकड़ तालाब में जरूर डालें. 
  • नर्सरी तालाब से बीज निकालने से एक दिन पहले फीड बंद कर दें. 
  • नर्सरी तालाब को दोबारा इस्तेमाल करने के लिए पहले उसे सुखा लें. 
  • नर्सरी तालाब को दोबारा तैयार करने की भी तैयारियों की जरूरत होती है. 
  • नर्सरी तालाब को दोबारा तैयार करने के लिए गोबर और चूने का इस्तेमाल करें. 
  • प्रति एकड़ तालाब में एक से दो हजार किलो गोबर और 50 किलो चूना डालें. 
  • दोबारा तैयार हो रहे नर्सरी तालाब में गोबर-चूने के बाद एक फिट पानी भर दें
  • पांच से सात दिन बाद तालाब में पांच फिट तक पानी भर दे
  • तालाब में पांच फिट पानी भरने के बाद 20 लाख बीज (स्पॉन) एक एकड़ में डाल दें 
  • बीज को हमेशा ट्रांसपोर्ट करते वक्त ठंडे वातावरण का इस्तेमाल करें.
  • तालाब से खरपतवार निकालने के लिए एक एकड़ तालाब में तीन किलोग्राम 2-4 D दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं.  

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