पोल्ट्री फार्म का बिजनेस है तो पढ़ें देश की 30 अंडा मंडियों की लिस्ट

पोल्ट्री फार्म का बिजनेस है तो पढ़ें देश की 30 अंडा मंडियों की लिस्ट

अंडा उत्पादन के मामले में अकेले पांच राज्य ऐसे हैं जहां देश के कुल अंडा उत्पाादन का 65 फीसद अंडा उत्पादन होता है. जबकि आंध्रा प्रदेश और तेलंगाना में प्रति व्यक्ति सबसे ज्या‍दा अंडे उपलब्ध हैं. अंडे को बढ़ावा देने के लिए नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमेटी (एनईसीसी) संडे हो या मंडे, रोज खाएं अंडे सरीखे विज्ञापन भी चला रही है.

अंडे का प्रतीकात्मक फोटो. अंडे का प्रतीकात्मक फोटो.
नासि‍र हुसैन
  • Noida ,
  • Jan 12, 2023,
  • Updated Jan 12, 2023, 7:59 PM IST

 कोई भी नया कारोबार शुरू करने के दौरान दिमाग में आने वाले चार-पांच सवालों के बीच एक सवाल यह भी होता कि है तैयार माल को कहां बेचेंगे या इसका अच्छा बाजार कहां मिलेगा. पोल्ट्री के कारोबार में भी कुछ ऐसा ही है. जब कोई पोल्ट्री फार्म खोलता है तो इसके साथ ही वो पहले से उस कारोबार को कर रहे लोगों से यही सवाल करता है कि आप अंडा कहां बेचते हैं.

मुर्गी हर रोज अंडा देती है, रोज के रोज अंडे को बाजार पहुंचाना है. इसलिए किसी भी पोल्ट्री मालिक की कोशिश यही होती है कि बाजार पोल्ट्री के पास में मिले और रोजाना उसी दिन अंडा भी बिक जाए. इस खबर में हम पोल्ट्री संचालकों को देश की बड़ी 30 अंडा मंडियों के बारे में जानकारी दे रहे हैं.

देश के सिर्फ 5 राज्यों में होता है 65 फीसद अंडे का उत्पादन

अंडे की देश में सबसे बड़ी मंडी है बरवाला

बरवाला, हरियाणा देश की सबसे बड़ी अंडा मंडी है. अंडे के थोक कारोबारी हफिज की मानें तो बरवाला मंडी में रोजाना 1.5 करोड़ से 1.75 करोड़ अंडों का करोबारा होता है. रोजाना अंडे का दाम भी इसी मंडी में तय होता है. देश की ज्यादातर मंडियों में बरवाला के रेट पर ही अंडे बिकते हैं. बरवाला मंडी में तय हुए रेट के साथ प्रति 100 अंडे पर 20 रुपये ट्रांसपोर्ट के जोड़कर लेन-देन होता है. जैसे बरवाला मंडी में आज 560 रुपये के 100 अंडे हैं. तो दूसरी मंडियों में 560 के साथ 20 रुपये ट्रांसपोर्ट के जोड़कर 580 रुपये के 100 अंडे बेचे जाएंगे. देश के कई राज्यों में अंडे की पूर्ति बरवाला मंडी से होती है. वैसे नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमेटी (एनईसीसी) भी अंडे के रेट तय करती है. 

अजमेर-गोरखपुर समेत यह हैं 30 बड़ी मंडियां

बरवाल अंडा मंडी के बाद अजमेर, राजस्थाकन और यूपी का गोरखपुर भी बड़ी अंडा मंडी की लिस्ट में शामिल है. इसके अलावा बेंग्लूर, बहरामपुर, चैन्नई, चित्तूर, दिल्ली, ईस्ट  गोदावरी, वेस्टट गोदावरी, होसपेट, हैदराबाद, जबलपुर, कोलकाता, लुधियाना, मुम्बई, मैसूर, नमक्कल, पुणे, रायपुर, सूरत, विजयवाड़ा, वारंगल, भोपाल, इंदौर, कानपुर, लखनऊ, मुजफ्फरपुर, नागपुर, पटना, रांची और वाराणसी अंडे की बड़ी होलसेल की मंडी हैं. 

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लोकल बाजार में काम करने से नुकसान कम फायदा ज्यादा 

पोल्ट्री संचालक मनीष शर्मा का कहना है कि अपने शहर के बाहर से अंडा मंगाने और अंडा भेजने पर बहुत नुकसान होता है. ट्रांसपोर्ट के दौरान अंडा टूटता बहुत है. इस लिहाज से लोकल बाजार में अंडा बेचने में ही फायदा होता है. जैसे उदाहरण के तौर पर ट्रांसपोर्ट समेत बरवाला का रेट 530 रुपये प्रति 100 अंडे है तो आपका अंडा 5 रुपये महंगा भी बिक सकता है. हां, इतना जरूर हो सकता है कि आपका माल एक-दो दिन की उधारी पर बिके. क्योंकि लोकल बाजार में बैठा ट्रेडर्स 5 रुपये सैकड़ा के हिसाब से महंगा माल खरीदकर रास्ते में अंडे के टूटने से हो रहे नुकसान से बचना चाहता है. 

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