देश के सबसे बड़े दूध उत्पादक संघ GCMMF यानी अमूल का नया चेयरमैन अशोक चौधरी को बनाया गया है. अशोक चौधरी दूध सागर डेयरी के चेयरमैन हैं. इसके साथ ही अमूल के वाइस चेयरमैन का भी ऐलान हो गया है. राजकोट डेयरी के चेयरमैन गोरधन धामेलिया को अमूल का वाइस चैयरमेन बनाया गया है.
इसी के साथ मंगलवार को गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव संपन्न हो गया. GCMMF यानी अमूल का कारोबार 80,000 करोड़ रुपये से अधिक का है. इसमें दूध के साथ अन्य प्रोडक्ट भी शामिल हैं जिनकी बिक्री देश और विदेशी मार्केट में होती है.
9 जुलाई 1973 को डॉ. कुरियन ने राज्य के 18 दुग्ध उत्पादक संघों को एक छत के नीचे लाकर गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) की स्थापना की थी. इसे ही अमूल का नाम दिया गया. आज अमूल का कारोबार देश के अधिकांश राज्यों में फैल चुका है जिसमें दूध से लेकर दही, घी, आइसक्रीम, चॉकलेट आदि शामिल हैं.
डॉ. कुरियन तीन दशक तक इसके अध्यक्ष पद पर रहने के बाद उनका राजनीति में प्रवेश हुआ और 2012 से महासंघ के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति राजनीतिक तरीके से होती रही है. गुजरात में अधिकांश दुग्ध उत्पादक संघ बीजेपी से प्रेरित हैं. पिछले साल 55 हजार करोड़ से ज्यादा टर्न ओवर करने वाली जीसीएमएमएफ के अगले कार्यकाल के लिए चेयरमैन और वाइस चेयरमैन घोषित हुए.
वर्तमान अध्यक्ष शामलभाई पटेल को लगातार दो बार GCMMF का चेयरमैन और वालमजी हुबल को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था. आणंद जिला कलेक्टर प्रवीण कुमार चौधरी चुनाव अधिकारी की मौजूदगी में नए चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के नाम की घोषणा की गई.
अभी हाल में अमूल और स्पेन की एक प्रमुख सहकारी संस्था कोआपरेटिवा गनेडेरा डेल वैले डे लॉस पेड्रोचेस (COVAP) ने एक अहम समझौते पर साइन किए. इस समझौते के बाद स्पेन और पूरे यूरोपियन यूनियन (ईयू) में अमूल दूध को लॉन्च कर दिया गया है.
अमूल अपने 36 लाख डेयरी किसानों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी किसान स्वामित्व वाली डेयरी सहकारी संस्था है. अमूल ब्रांड को दुनिया का सबसे मजबूत डेयरी ब्रांड और भारत का सबसे बड़ा उपभोक्ता उत्पाद समूह ब्रांड माना जाता है. इसका कारोबार 11 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा है और यह हर साल 12 बिलियन लीटर से ज्यादा दूध का मैनेजमेंट करता है. अमूल दुनिया का 8वां सबसे बड़ा मिल्क प्रोसेसर भी है. यह पूरे भारत में 112 डेयरी प्लांट्स को ऑपरेट करता है जिनकी कुल मिल्क मैनेजिंग कैपेसिटी रोजाना 42 लाख लीटर प्रतिदिन है.(बृजेश दोषी का इनपुट)