Animal Feed-Fodder: भैंस को दाना-चारा खिला रहे हैं तो एनिमल न्यूट्रीशन एक्सपर्ट के इन 16 टिप्स का करें पालन 

Animal Feed-Fodder: भैंस को दाना-चारा खिला रहे हैं तो एनिमल न्यूट्रीशन एक्सपर्ट के इन 16 टिप्स का करें पालन 

Animal Feed-Fodder Tips बहुत सारे ऐसे पशुपालक भी हैं जो ये सोचते हैं कि पशुओं का क्या है, उन्हें तो कभी भी और कुछ भी खिला दो. लेकिन ये सोच गलत है. पशुओं के लिए भी वक्त से संतुलित खुराक बताई गई हैं. ना कोई चीज कम और ना कोई दूसरी चीज ज्यादा. 

भैंस की टॉप 4 नस्लेंभैंस की टॉप 4 नस्लें
नासि‍र हुसैन
  • Delhi,
  • Nov 18, 2025,
  • Updated Nov 18, 2025, 2:54 PM IST

Animal Feed-Fodder Tips सिर्फ अच्छा दाना और चारा ही दुधारू पशुओं के लिए काफी नहीं होता है, जरूरी है कि उन्हें कब, कितने और कौनसे दाने-चारे की जरूरत है इसके बारे में भी पशुपालकों को पूरी जानकारी हो. एनिमल न्यूट्रीशन एक्सपर्ट की मानें तो अच्छी खुराक पशुओं की अच्छी हैल्थ बनाने के साथ-साथ उत्पादन बढ़ाने में भी मदद करती है. यही वजह है कि सेंट्रल इंस्टी्ट्यूट ऑफ बफैलो रिसर्च सेंटर (CIRB), हिसार, हरियाणा पशुओं के खानपान से जुड़ी रिपोर्ट भी जारी करता रहता है. पशुओं की हैल्थ और उत्पादन पर मौसम का भी बड़ा असर पड़ता है तो उसके हिसाब से भी कैसी खुराक होनी चाहिए इसकी जानकारी हर पशुपालक को होना जरूरी है. 

पशुओं के लिए संतुलित खुराक होनी चाहिय. ना कोई चीज कम और ना कोई दूसरी चीज ज्यादा. क्योंकि उल्टा-सीधा खि‍लाने से पशुओं का पेट भी बहुत जल्दी खराब हो जाता है. इसीलिए CIRB की रिपोर्ट में बताया जाता है कि भैंस को कब और क्या खाने को देना चाहिए. भैंस की खुराक में हरा और सूखा चारा कितना होना चाहिए. अगर दाना खिलाया जा रहा है तो उसकी मात्रा कितनी होनी चाहिए. साथ ही दाने को हरे और सूखे चारे के साथ मिलाकर कैसे खिलाया जा सकता है. 

ये होना चाहिए भैंस को दाना-चारा खिलाने का तरीका 

  • भैंसों की खुराक संतुलित होनी चाहिए. 
  • भैंस की खुराक स्वादिष्ट और पौष्टिक होनी चाहिए. 
  • पशु की खुराक में बदबू नहीं आनी चाहिए.
  • पेट पूरा भरने पर ही भैंस को संतुष्टि मिलती है. 
  • भैंस की उम्र के हिसाब से उसकी खुराक तय करनी चाहिए. 
  • भैंस की खुराक को अचानक नहीं बदलना चाहिए. 
  • भैंस को चारा खिलाने का वक्त तय करके रखें. उस वक्त में बार-बार बदलाव न करें. 
  • भैंस को चारा खिलाने का समय ऐसा रखें जिससे भैंस ज्यादा वक्त तक भूखी न रहे.
  • भैंस की खुराक ऐसी होनी चाहिए जो कब्ज‍ और दस्त करने वाली ना हो. 
  • भैंस का पेट काफी बड़ा होता है इसलिए उसे भरपेट चारा खिलाना चाहिए. 
  • भैंस के दाना मिश्रण में ज्यालदा से ज्या दा तरह के दाने और खल को शामिल करना चाहिये. 
  • ज्या दा दाने और खल होने से मिक्सचर की क्वालिटी और स्वाद दोनों में बढ़ोतरी होती है.
  • पेट अगर खाली रह जाए तो भैंस मिट्टी, चिथड़े और दूसरी गन्दी चीजें खाना शुरू कर देती है.
  • भैंस को कोई नई चीज खिलानी हो तो पहले वाले आहार के साथ मिलाकर धीरे-धीरे बदलाव करें.
  • भैंस की खुराक में शामिल दाना मिक्सचर प्रोटीन और ऊर्जा के स्रोत वाला होना चाहिए.

ये होना चाहिए मिक्स चारा-दाना खिलाने का तरीका

सीआईआरबी के साइंटिस्ट की मानें तो दाना मिक्सचर को चारे के साथ अच्छी तरह मिलाकर खिलाने से कम गुणवत्ता और कम स्वाद वाले चारे की भी खपत बढ़ जाती है. इसके कारण चारे की बरबादी भी नहीं होती है. क्योंकि भैंस चुन-चुन कर खाने की आदत के कारण बहुत सारा चारा बरबाद करती है.

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