दिल्ली में सोमवार सुबह हल्का कोहरा छाया रहा. मुंबई में सोमवार को आंशिक रूप से बादल घिरे रहेंगे और एक-दो बार बारिश हो सकती है. कोलकाता में आसमान साफ रहने का अनुमान है. चेन्नई में बादल छाए रहने और हल्की बारिश (rainfall) का अनुमान है. इन इलाकों में चक्रवाती तूफान का असर देखा जा रहा है. दो दिन पहले तमिलनाडु के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है. मौसम (weather updates) पर इसका असर अभी भी देखा जा रहा है. देश के इन प्रमुख शहरों में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई गई है.
जम्मू में आसमान साफ रहेगा और दोपहर बाद या शाम को आंशिक रूप से बादल छा सकते हैं. उधर श्रीनगर में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और दोपहर बाद या शाम में बादल घिरे रह सकते हैं. मुजफ्फराबाद में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और बारिश होने या धूल भरी आंधी (thunderstorm) चलने की संभावना है. लेह में आसमान साफ रहेगा. गिलगित में बादल छाए रह सकते हैं. भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक इन शहरों में न्यूनतम तापमान शून्य से दो डिग्री कम रहा और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेलसियस रहने का अनुमान है.
दक्षिण भारत की बात करें तो हैदराबाद, बेंगलुरु और तिरुवनंतपुरम में सोमवार को बादल छाए रहेंगे और बारिश होने की संभावना है. इन शहरों में सोमवार को न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहा और अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेलसियस के बीच रहने का अनुमान है. अब पूर्वोत्तर में चलें तो गुवाहाटी, आईजोल और अगरतला में सोमवार सुबह में कोहरा छाया रहा और बाद में आसमान साफ रहने का अनुमान है. कोहिमा, इंफाल और शिलांग में आसमान साफ रहेगा. ईटानगर और गंगटोक में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. इन शहरों में तापमान 9 डिग्री से 30 डिग्री सेलसियस के बीच रहने की संभावना है.
तटीय आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी, कराईकल में आज आंधी के साथ बिजली कड़क (lightning) सकती है. मराठवाड़ा, तेलंगाना और रायलसीमा में ऐसी ही स्थिति देखी जा सकती है. कर्नाटक, गोवा और मध्य महाराष्ट्र, केरल और माहे में आज और कल मौसम खराब रह सकता है और आंधी के साथ बिजली गरजने की संभावना है. इन राज्यों में कुछ छिटपुट हिस्सों में ऐसा मौसमी बदलाव देखा जा सकता है.
जिन इलाकों में बारिश, आंधी या बिजली कड़कने का अनुमान है, वहां किसानों को कुछ एहतियात (advisory for farmers) बरतने होंगे. कटी हुई फसल या उपज को सुरक्षित स्थान पर रखना चाहिए. फल और सब्जियों के छोटे पौधों को लकड़ी का सपोर्ट देना चाहिए ताकि तेज हवा से पौधे गिरे नहीं. आंधी-तूफान और बिजली कड़कने की स्थिति में खुले में या खेत में कतई न रुकें. मवेशियों को भी बाहर न रखें क्योंकि इससे जानमाल की हानि हो सकती है.
असम में ब्रह्मपुत्र के ऊपरी घाटी के इलाके में केले की फसल को बचाने (agricultural operations) की खास सलाह दी जाती है. यहां तापमान गिरने से केले की फसल खराब हो सकती है. इससे बचने के लिए केले के फलों पर सफेद पॉलीथीन बैग लगाने चाहिए. कीटों के नुकसान से बचाने के लिए केले के फलों को महीन सूती के कपड़े या मलमल ढंक देना चाहिए. असम की बराक घाटी में चावल के बिचड़े की ठंड रातों से सुरक्षा जरूरी है. ठंड से बचाने के लिए बिचड़ों को पॉलीथीन की चादर से ढंक सकते हैं.
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