हिमाचल प्रदेश में मॉनसून अपने दूसरे हफ्ते में है. इसके चलते प्रदेश भर में फ़िलहाल सामान्य बारिश दर्ज की जा रही है. मौसम विज्ञान केंद्र का अनुमान है कि 10 जुलाई के बाद हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मॉनसून रफ्तार पकड़ेगा. इस दौरान हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी से भारी बारिश दर्ज की जा सकती है. वहीं बीते 24 घंटे में प्रदेश में सामान्य बारिश दर्ज की गई है. इसके अलावा बारिश के बाद प्रदेश में फिलहाल तापमान भी सामान्य चल रहे हैं.
शिमला मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान सामान्य बारिश दर्ज की गई है. हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर,बिलासपुर, शिमला, सिरमौर और चंबा ज़िला में सामान्य से मध्यम भर बारिश दर्ज की गई है. वही बिलासपुर के मडगांव में भारी से भारी बारिश दर्ज की गई. वहीं आगामी दिनों में भी प्रदेश में बारिश का क्रम यूं ही जारी रहेगा. मौसम वैज्ञानिक संदीप शर्मा ने बताया कि 10 जुलाई तक प्रदेश में सामान्य से मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना है. वहीं 10 जुलाई के बाद तीन दिनों तक प्रदेश में बारिश की गतिविधि बढ़ने का पूर्वानुमान है. उन्होंने बताया कि इस दौरान हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश होने की भी संभावना है.
बात करें उत्तराखंड की तो पिछले 48 घंटों में कुमाऊं के कई क्षेत्रों में 20 सेमी के ऊपर बारिश हुई है. चंपावत के बनबसा में 42 सेमी बारिश हुई जो सबसे ज्यादा है. नैनीताल, चंपावत, उधमसिंह नगर में काफी बारिश हुई है. अच्छी बात यह है कि अभी किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. आगे बारिश अब कम होने लगेगी. अगले 5 दिन कुछ जगहों के अलावा सभी जगह बारिश कम रहेगी.
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सलाह में कहा गया है कि जो लोग यात्रा करना चाहते हैं, वे मौसम के अनुकूल यात्रा करें. हालांकि बारिश की गतिविधि गढ़वाल में कम रही है. किसानों के लिए राहत है की बात है कि बारिश कम होगी. अगर बारिश अधिक होती है तो कई फसलें चौपट हो सकती हैं. सलाह में कहा गया है कि जो लोग नदी, गदेरों में जाकर रील बना रहे हैं, वे जानकर अनदेखी कर रहे हैं. ऐसे लोगों को जल प्रलय के खतरे से बचना चाहिए.
टनकपुर से पिथौरागढ़ तक की बारहमासी सड़क, जिसे पिथौरागढ़ और चंपावत दोनों जिलों की जीवन रेखा माना जाता है, भारी बारिश के कारण पिछले चार दिनों में कई बार बंद हो चुकी है. जिले के आपदा प्रबंधन अधिकारी बीएस महार ने कहा, "पिथौरागढ़ जिले में बारिश के बाद छह सीमा सड़कों और 21 ग्रामीण सड़कों सहित 28 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं. सड़कों को खोलने के प्रयास जारी हैं, लेकिन लगातार हो रही बारिश बाधा बन रही है." सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों के हवाले से उन्होंने कहा कि सड़कों को खोलने में एक दिन से अधिक समय नहीं लगेगा, लेकिन इसके लिए बारिश रुकनी होगी.
टिहरी, पौड़ी, बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल और चंपावत जिलों में 10 जुलाई को भारी बारिश होने की संभावना है. चमोली पुलिस ने भारी बारिश की स्थिति के बारे में जनता को आगाह करने के लिए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर सूचना दी और यात्रा न करने की सलाह दी. चमोली पुलिस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर कहा, "मौसम विभाग ने अगले 12 दिनों के लिए राज्य के विभिन्न जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. हम सभी से यात्रा करने से परहेज करने और सुरक्षित स्थानों पर रहने का आग्रह करते हैं. यदि यात्रा करना बिल्कुल जरूरी है, तो कृपया चमोली पुलिस के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सड़क की स्थिति की जांच करें."
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