देश के नॉर्थ ईस्ट राज्यों में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश हो रही है. इसकी वजह से भूस्खलन हुआ है और अचानक बाढ़ आ गई है. इन राज्यों में राहत की फिलहाल कोई संभावना नजर नहीं आ रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) ने 2 जून यानी सोमवार को इस क्षेत्र में और ज्यादा बारिश होने की आशंका जताई है. असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. वहीं महाराष्ट्र में मॉनसून की रफ्तार कमजोर पड़ गई है. दूसरी देश के उत्तरी राज्यों जैसे दिल्ली में आंधी और बारिश की वजह से तापमान में कमी बनी हुई है. एक नजर डालते हैं कैसा रहेगा आज मौसम का हाल.
आईएमडी ने दिल्ली के लिए सोमवार को भी येलो अलर्ट जारी किया है. यहां पर आंशिक तौर पर बादल छाए रहने के साथ-साथ बहुत हल्की बारिश, गरज के साथ छींटे, बिजली गिरने और 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है. हवाओं की स्पीड सोमवार को गरज के साथ 60 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंच सकती है. यह अलर्ट रविवार शाम को दिल्ली के कई हिस्सों में हुई बारिश के बाद आया है. रविवार को दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में गरज के साथ तेज हवाएं भी चलीं. इसकी वजह से लोगों को गर्मी से कुछ समय के लिए राहत मिली.
पश्चिमी विक्षोभ के असर से राजस्थान के कई हिस्सों में सोमवार से बारिश और आंधी आने की संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार 2 जून से फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है. इसके चलते 2-4 जून के दौरान दोपहर में कई इलाकों में बारिश, तेज आंधी और 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान आने की संभावना है. रविवार को दिन में जयपुर डिवीजन में कुछ जगहों पर हल्की बारिश हुई, जबकि बाकी इलाकों में मौसम शुष्क रहा. राज्य में सबसे ज्यादा तापमान जैसलमेर में 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. चूरू में अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री रहा जबकि बाड़मेर में 40 डिग्री, बीकानेर में 39.8 डिग्री और श्रीगंगानगर में आज 39.2 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले हफ्ते में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहने की संभावना है. मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार और ओडिशा में 4 जून तक हल्की से मध्यम वर्षा, बिजली चमकने और तेज हवाएं चलने की संभावना है.
पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश जारी है. खराब मौसम और अचानक आई बाढ़ के कारण कई लोगों की मौत हो गई है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों तथा मणिपुर के राज्यपाल से संपर्क किया और केंद्र की ओर से मदद का भरोसा दिलाया है. न्यूज एजेंसी एएफपी ने अधिकारियों के हवाले से बताया है कि भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के चलते पूर्वोत्तर राज्यों में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें असम में आठ, अरुणाचल प्रदेश में नौ, मिज़ोरम में पांच और मेघालय में छह मौतें शामिल हैं.
आईएमडी ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में 3 जून तक और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में 2 जून तक भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है. मौसम विभाग ने 1 जून को अपने मौसम बुलेटिन में कहा, 'अगले सात दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में अधिकांश/कई स्थानों पर हल्की/मध्यम वर्षा जारी रहने की संभावना है. जबकि अगले 5 दिनों के दौरान भारी बारिश होगी. असम और मेघालय में 3 जून तक और मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 2 जून को भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.'
वहीं दूसरी ओर साउथ वेस्ट मॉनसून महाराष्ट्र में समय से पहले तो पहुंचा लेकिन अब धीमा पड़ गया है. मॉनसून ने 26 मई को ही राज्य में एंट्री मार ली थी. कई दिनों तक मॉनसून के बादल जोर से बरसे और रिकॉर्ड बना. लेकिन अब मॉनसून राज्य में धीमा पड़ गया है. आईएमडी के अनुसार राज्य के ज्यादातर भागों में शुष्क मौसम रहने की संभावना है जिससे अधिकतम तापमान में इजाफा होगा. मानसून के कम से कम 10 जून तक शांत रहने की संभावना है. इस अवधि के दौरान केवल पश्चिमी तट और राज्य के कुछ अन्य छोटे भागों में मुख्य रूप से हल्की बारिश होने की संभावना है. महाराष्ट्र के विदर्भ में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है. जबकि मराठवाड़ा और खानदेश में अधिकतम तापमान 35 से 40 डिग्री के बीच रहेगा.
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