दिन में गर्मी के एहसास के साथ आज उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में दिन का तापमान सामान्य से लगभग 3-6 डिग्री सेल्सियस ऊपर बना रहेगा. वहीं, अरुणाचल प्रदेश में भारी वर्षा और बर्फबारी हो सकती है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, बीते दिन दिल्ली के कई हिस्सों में दिन के तापमान में 1-2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. हालांकि उत्तर प्रदेश, उत्तरी बिहार के कुछ जगहों पर और गुजरात राज्यों में कई स्थानों पर तापमान में लगभग 1-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई.
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़ और झारखंड के कुछ हिस्सों में दिन का तापमान सामान्य से काफी ऊपर यानी 5 डिग्री सेल्सियस या इसे ऊपर बना हुआ है. उत्तर-पश्चिम, मध्य भारत और आसपास के पूर्वी भारत के शेष हिस्सों में सामान्य से काफी ऊपर से 5 डिग्री सेल्सियस और उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत में सामान्य से ऊपर 1-3 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है.
राजधानी दिल्ली और एनसीआर के मौसम की बात करें तो आसमान साफ रहने के साथ आज और कल यहां तेज सतही हवाएं चलने का अनुमान है, जिससे गर्मी में ठंडक का एहसास बना रहेगा. इस दौरान न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. आईएमडी के अनुसार, शुक्रवार यानी कल अधिकतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी संभव है. हालांकि, 16 फरवरी से न्यूनतम और अधिकतम तापमान में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हाेने की संभावना है, जिससे गर्मी बढ़ेगी और यह खेती-बागवानी के लिहाज से बहुत अच्छा नहीं होगा.
मौसम विभाग ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर और आसपास के इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जा रहा है. वहीं, पूर्वोत्तर असम और आसपास के इलाकों में चक्रवाती परिसंचरण निचले क्षोभमंडलीय स्तरों पर मौजूद है, जिसके चलते 14 फरवरी तक अरुणाचल प्रदेश और असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर गरज-चमक के साथ छिटपुट से लेकर हल्की या भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना है. 13 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. 14 तक नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में छिटपुट हल्की बारिश के आसार हैं.
मौसम विभाग ने अरुणाचल प्रदेश में बारिश के मौसम में चावल की कटाई टालने की सलाह दी है और पहले से काटी गई फसल को नुकसान से बचाने के लिए अच्छी तरह से ढके हुए स्टोरेज रूम में रखने की सलाह दी है. साथ ही खेत में लगी चावल, सरसों, अन्य खड़ी फसलों, सब्जियों और बागवानी फसलों के खेतों में व्यापक जल निकासी की व्यवस्था करने को कहा है.
इसके साथ ही बागवानी फसलों को यांत्रिक सहायता देने और सब्जियों की फसलों को सहारा देने के लिए कहा है, ताकि वे बिछे नहीं. वहीं, मौसम विभाग ने पशुधन की सुरक्षा को लेकर कहा है कि भारी बारिश के मौसम में पशुओं को शेड के अंदर रखें और उन्हें संतुलित चारा दें. खराब होने से बचाने के लिए चारा और चारे को सुरक्षित स्थान पर रखें.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today