Himachal Pradesh: हिमाचल में नीचे बारिश और ऊपर बर्फबारी लगातार बदलता मौसम हर किसी को हैरान कर रहा है तो कुछ लोगों को डरा भी रहा है. हिमाचल प्रदेश में जहां निचले हिस्से लगातार बारिश की मार झेलने को मजबूर हैं तो वहीं ऊपरी हिस्सों में हो रही बर्फबारी जल्द सर्दियों का संकेत दे रही है. वहीं दूसरी ओर दिल्ली ने इस मॉनसून में 1000 मिलीमीटर (मिमी) से ज्यादा बारिश का आंकड़ा भी पार कर लिया है. फिलहाल राजधानी में पांच सितंबर तक बारिश का अलर्ट है और मंगलवार को भी राजधानी के कई हिस्सों में जोरदार बारिश दर्ज की गई.
दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में ऊंची चोटियों पर समय से पहले बर्फबारी हुई है. मौसम विभाग की मानें तो पश्चिम विक्षोभ की वजह से समय से पहले हुई बर्फबारी देखी जा सकती है. लगातार भारी बारिश के बीच लाहौल और मनाली की ऊंची चोटियां बर्फ की सफेद चादर से ढक गईं. 16,580 फीट की ऊंचाई पर स्थित शंकुला दर्रा, वायरलाचा दर्रा, मनाली का रोहतांग दर्रा और हनुमान टिब्बा सहित अधिकतर ऊंचे इलाकों में बर्फबारी देखी गई है. समय से पहले हुई इस बर्फबारी की वजह से तापमान में 6 से 7 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है. राज्य में इस ताजा मौसमी घटनाक्रम के चलते ठंड का अहसास भी होने लगा है. राज्य के स्थानीय मौसम विभाग की तरफ से भी इसकी पुष्टि की गई है.
दिल्ली ने पिछले महीने ही 774 मिलीमीटर बारिश के अपने सालाना औसत वर्षा के आंकड़े को पार किया था. राष्ट्रीय राजधानी में आसमान पर बादल छाए रहे और सुबह से ही लगातार बारिश होती रही. आंकड़ों के अनुसार, इस साल 31 अगस्त तक दिल्ली में 963.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि एक सितंबर को 37.8 मिलीमीटर और मंगलवार शाम साढ़े पांच बजे तक 16 मिलीमीटर बारिश हुई, जिससे कुल बारिश का आंकड़ा एक हजार मिलीमीटर के पार पहुंच गया.
दिल्ली ने 14 अगस्त को 774.4 मिलीमीटर की अपनी वार्षिक वर्षा का आंकड़ा पार कर लिया था जो 2021 के बाद से बारिश की मात्रा में अब तक की सबसे तेज प्रगति है। साल 2021 में यह आंकड़ा एक अगस्त को ही पार कर लिया गया था. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि आने वाले घंटों में और अधिक बारिश होने के आसार है तथा दिल्ली में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने का अनुमान है. आईएमडी के अनुसार, दिल्ली वर्तमान में ‘यलो’ अलर्ट (सावधान रहें) के अंतर्गत है.
कश्मीर में हो रही बारिश के कारण नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ने लगा है, जिसके कारण श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में और बारिश होने का अनुमान जताया है, इसलिए अधिकारियों ने घाटी भर के स्कूलों और कॉलेजों को आज के लिए बंद करने की भी घोषणा की है. हालांकि झेलम नदी और उसकी सहायक नदियां खतरे के निशान से काफी नीचे बह रही हैं, लेकिन श्रीनगर सहित दक्षिण और मध्य कश्मीर के विभिन्न स्थानों पर जल निकायों का जलस्तर मंगलवार को शुरू हुई बारिश के बाद से तीन फीट बढ़ गया है. पिछले 24 घंटों से हो रही भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन और पत्थर गिरने के कारण श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया है.
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