scorecardresearch
यूपी के कई जिलों में तूफानी हवा के साथ ओलावृष्टि का रेड अलर्ट, यहां पढ़ें पूरी अपडेट

यूपी के कई जिलों में तूफानी हवा के साथ ओलावृष्टि का रेड अलर्ट, यहां पढ़ें पूरी अपडेट

दिल्ली आसपास के कई राज्यों में गुरुवार शाम को बारिश दर्ज की गई. इससे लोगों को लगातार बढ़ते तापमान से राहत मिली. लेकिन उन किसानों की चिंता बढ़ गई है जिनकी खड़ी फसलें खेतों में तैयार हैं. एक दिन पहले बुधवार शाम को भी कई इलाकों में बारिश हुई थी जिससे फसलों की क्षति हुई है.

advertisement
यूपी के कई जिलों में ओलावृष्टि का रेट अलर्ट जारी किया गया है यूपी के कई जिलों में ओलावृष्टि का रेट अलर्ट जारी किया गया है

दिल्ली आसपास के कई राज्यों में बारिश हो रही है. इन इलाकों में गुरुवार शाम में अचानक आई बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई. गुरुवार सुबह से तापमान में वृद्धि देखी गई और दिन चढ़ने के साथ आम दिनों से अधिक गर्मी महसूस हुई. लेकिन शाम होते-होते बारिश शुरू हो गई. खबर लिखे जाने तक दिल्ली के कुछ हिस्से, गुरुग्राम और फरीदाबाद में बारिश हो रही है. इसके अलावा हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी यूपी के कई इलाकों में बारिश की संभावना बनी हुई है. पूर्व में मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है. दिल्ली के कई इलाकों में तेज बारिश दर्ज की जा रही है.

मौसम विभाग ने मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद में रात 8:45 बजे तक तूफानी हवाएं और ओलावृष्ट‍ि होने का रेड अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने अगले तीन घंटों के दौरान मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हापुड़,  बुलंदशहर, शामली, बि‍जनौर और बागपत जिलों में कुछ स्थानों पर 40 से 60 किमी प्रत‍ि घंटा का गति से तूफानी हवाएं और गरज चमक के साथ बारिश होने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.

ताजा जानकारी के मुताबिक दिल्ली, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद में भारी बारिश हुई है. खबर लिखे जाने तक तेज बारिश देखी जा रही है. दिल्ली के कई इलाकों में बारिश के साथ बड़े ओले भी गिरे हैं. इससे बड़े पैमाने पर नुकसान की आशंका है. इसके साथ ही नोएडा और इससे सटे गाजियाबाद में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है. दिल्ली से सटे राज्यों में भी यही हाल है. 

ये भी पढ़ें: मिर्च के निर्यात में दर्ज की गई 25% की बढ़त, रबर और तंबाकू उत्पादन को भी बढ़ाने की कोशिश

दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा और गुरुग्राम में तेज बारिश के बाद सड़कों पर पानी लग गया. अच्छी बात ये रही कि गुरुवार को रामनवमी के उपलक्ष्य में छुट्टी का दिन था जिससे ट्रैफिक की समस्या नहीं देखी गई. वर्ना बुधवार शाम को हुई बारिश की तरह आज भी सड़कों पर कुछ वैसी ही स्थिति बन जाती. गाजियाबाद के कई इलाकों में तेज बारिश के साथ गजर और बिजली चमकने की घटना देखी गई.  

उधर यूपी के 14 जिलों में आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने शाम चार बजे से सात बजे के बीच पश्चिमी यूपी के 14 जिलों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से तूफानी हवाएं चलने और गरज चमक के साथ हल्की बारिश होने का अलर्ट जारी किया है. अगले तीन घंटों के लिए अलर्ट के दायरे वाले जिलों में अलीगढ़, बुलंदशहर, मथुरा, गौतमबुद्धनगर, शामली, बागपत, मेरठ, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, हापुड़, अमरोहा, बि‍जनौर, शाहजहांपुर और बांदा शामिल हैं.

राजस्थान मौसम अपडेट्स के मुताबिक, एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ जिलों में बादल गरजने और तेज हवाओं के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है.

मौसम विभाग ने कहा है, 30 मार्च को विक्षोभ का प्रभाव सबसे अधिक रहने और जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, उदयपुर, कोटा, जयपुर, भरतपुर संभाग के कुछ भागों में बादल गरजने के साथ अचानक तेज हवाएं (30-40 किमी/घंटा), हल्के से मध्यम बारिश और कहीं-कहीं ओलावृष्टि होने की संभावना है. 

ये भी पढ़ें: NDRI में जन्मी गिर नस्ल की पहली क्लोन बछिया गंगा, दूध उत्पादन बढ़ाने में मिलेगी मदद

मौसम विभाग के मुताबिक, 31 मार्च को बीकानेर, जयपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर संभाग के जिलों में बादल गरजने के साथ हल्के से मध्यम बारिश, तेज हवाएं और ओलावृष्टि का दौर जारी रहने की प्रबल संभावना है. एक अप्रैल से विक्षोभ का प्रभाव समाप्त होने की संभावना है. 

इस बारिश से फसलों का भारी नुकसान होगा क्योंकि गेहूं, सरसों और चने की फसल पककर तैयार है. सरसों और चने की फसलें कट रही हैं जबकि गेहूं की कटनी शुरू होने वाली है. बारिश से ये फसलें खेतों में ही रह जाएंगी और पानी लगने से सड़ने का खतरा बढ़ जाएगा. हाल की बारिश में ऐसी ही स्थिति देखी गई जो देश के कई राज्यों में किसानों के लिए बहुत बड़ी मुसीबत बन गई है.

ये भी पढ़ें: गेहूं के ल‍िए खतरनाक है ये बार‍िश! IIWBR न‍िदेशक ने बताया क‍ितना होगा नुकसान

अभी हाल में यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा और पंजाब में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई जिससे गेहूं की फसलों का सबसे अधिक नुकसान हुआ. बारिश के बाद खेतों में पानी लग गया और तेज हवाएं चले से फसलें पूरी तरह से लेट गईं. इसके बाद ओलावृष्टि ने फसलों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया. इस नुकसान के बाद किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है. 

यह बारिश केवल गेहूं जैसी रबी फसलों के लिए ही घातक नहीं है बल्कि आम भी इससे भारी नुकसान हो रहा है. आम अभी बौर या अमिया के स्टेज में है. लेकिन अभी से बर्फबारी और बारिश ने उस पर चोट पहुंचाना शुरू कर दिया है. इससे बौर और अमिया गिरने लगी है. ऐसे में आम का उत्पादन गिरने की आशंका बढ़ गई है. उत्पादन गिरने से भविष्य में आम के दाम में भी देजी देखी जाएगी. हाल की बारिश और ओलावृष्टि से गुजरात में आम पर बहुत बुरा असर पड़ा है.