scorecardresearch
मिर्च के निर्यात में दर्ज की गई 25% की बढ़त, रबर और तंबाकू उत्पादन को भी बढ़ाने की कोशिश

मिर्च के निर्यात में दर्ज की गई 25% की बढ़त, रबर और तंबाकू उत्पादन को भी बढ़ाने की कोशिश

2017-18 और 2021-22 की अवधि के दौरान भारत में लाल मिर्च का उत्पादन 7.33 प्रतिशत बढ़ा है. वहीं रबर की मात्रा और आयात शुल्क पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि भारत ने चालू वित्त वर्ष के 23 मार्च तक 5,383.21 करोड़ रुपये के मूल्यांकन योग्य मूल्य के साथ 3,76,906.6 टन का रबर आयात किया.

advertisement
मिर्च के निर्यात में देखी गई बढ़त मिर्च के निर्यात में देखी गई बढ़त

भारत में मिर्च की खेती और खपत दोनों काफी अधिक है. खपत को देखते हुए मिर्च की खेती भारत में बड़े पैमाने पर की जाती है. इतना ही नहीं विदेशों में भी भारतीय मिर्च की मांग लगातार बढ़ती नजर आ रही है. जिसको देखते हुए केंद्र सरकार ने बुधवार को संसद में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए बताया कि वित्त वर्ष 2017- 18 और 2021-22 के बीच भारत से मिर्च के निर्यात में 25 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी गई है. केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने बुधवार को ई-गवर्नेंस-लोकसभा में पूछे गए सवाल का एक लिखित उत्तर देते हुए बताया कि भारत से मिर्च का निर्यात 2017-18 में 4.43 लाख टन (आईटी) से बढ़कर 2021-22 में 5.57 हो गया है.

इस बीच, 2017-18 और 2021-22 की अवधि के दौरान भारत में लाल मिर्च का उत्पादन 7.33 प्रतिशत बढ़ा है. अनुप्रिया पटेल ने अपने उत्तर में कहा है कि भारत ने 2017-18 में 17.10 IT लाल मिर्च का उत्पादन किया, जबकि 2021-22 में लाल मिर्च का उत्पादन 18.36 IT हुआ था.

भारत में रबड़ का उत्पादन

रबर के उत्पादन और लागत पे पूछे गए सवाल पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि 2021-22 के लिए कर्नाटक में प्राकृतिक रबर की उत्पादन लागत 191.30 रुपये प्रति किलोग्राम थी. इसके बाद केरल 90.64, त्रिपुरा 70.61 और असम 66.01 पर था.

वहीं रबर की मात्रा और आयात शुल्क पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि भारत ने चालू वित्त वर्ष के 23 मार्च तक 5,383.21 करोड़ रुपये के मूल्यांकन योग्य मूल्य के साथ 3,76,906.6 टन का रबर आयात किया. एकत्र किया गया आयात शुल्क 729.17 करोड़ था.

रबर उत्पादन में भारत का स्थान

रबड़ के उत्पादन में भारत का विश्व में चौथा स्थान है. रबर की उत्पत्ति भारत में सबसे पहले केरल राज्य में हुई थी, जो आज भारत का सबसे बड़ा रबर उत्पादक राज्य भी है. यह एक बहुत ही खास लेकिन कठिन पदार्थ है, जिसे बहुत मेहनत से उगाया जाता है. रबड़ का इस्तेमाल कई तरह की चीजों को बनाने में किया जाता है. इस पदार्थ का उपयोग जूते के फीते, टायर, रेफ्रिजरेटर, इंजन सील, साथ ही कंडोम, बॉल, बिजली के उपकरण और इलास्टिक बैंड बनाने के लिए किया जाता है.

ये भी पढ़ें: 27 में से केवल तीन पेस्टिसाइड पर ही बैन क्यों? SC का सरकार से सवाल

भारत में तंबाकू की खेती और पैदावार

तंबाकू की खेती के तहत पूछे गए सवाल पर मंत्री ने कहा कि 2020-21 के दौरान तंबाकू का रकबा घटकर 3.57 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो 2019-20 में 4.04 लाख हेक्टेयर था. उन्होंने कहा कि कृषि और किसान कल्याण विभाग ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) के तहत चल रही उप-योजना, फसल विविधीकरण कार्यक्रम (सीडीपी) का विस्तार किया है, ताकि तंबाकू उत्पादक राज्यों में तंबाकू किसानों को वैकल्पिक फसल/फसल प्रणाली को अपनाने में सक्षम बन सकें. 2015-16 से प्रभावी आंध्र प्रदेश, बिहार, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल की तरह.

गल्फफूड एक्सपो से जुड़ी बातें

गल्फूड 2023 में भारत की भागीदारी पर एक पूछे गए अलग सवाल पर मंत्री ने कहा कि कृषि और खाद्य प्रसंस्कृत उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने दुबई यूएई में 20-24 फरवरी तक आयोजित होने वाले गल्फूड 2023 में भाग लिया.
गल्फफूड एक्सपो 2023 के दौरान एक विशेष बाजरा गैलरी स्थापित की गई, जहां भाग लेने वाले भारतीय निर्यातकों ने अपने बाजरा आधारित उत्पादों का प्रदर्शन किया.