देश में उत्तर प्रदेश इकलौता ऐसा राज्य है जो सबसे ज्यादा आम (Mango crop) की पैदावार करता है. इस वर्ष आम की फसल काफी अच्छे होने की उम्मीद जताई गई थी. फरवरी महीने में आम के पेड़ों पर बौर भी खूब थे लेकिन मार्च से ही बेमौसम बारिश और ओलों की वजह से आम की फसल पर मौसम का कहर जारी है. इस समय जब अब आम की फसल पूरी तरह तैयार है तब शनिवार को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आई आंधी और बारिश ने फिर एक बार भारी तबाही मचाई है. मौसम की मार से आम की फल पट्टी के किसान भी बच नहीं सके हैं. उनकी फसल को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा है. लखनऊ के मलिहाबाद और काकोरी के दशहरी आम की फल पट्टी को भी इस आंधी ने काफी नुकसान पहुंचाया है. बड़े-बड़े आम के फल भी आंधी से गिरकर खराब हो गए हैं. अब आमों की इस स्थिति को देखकर किसान मायूस हैं.
इस समय किसान आम को तोड़कर बाजार में लाने की तैयारी में हैं जिससे कि उन्हें आमदनी हो सके. बाजार में इन दिनों दशहरी और लंगड़ा 80 से ₹90 प्रति किलो बिक रहा है. ऐसे में फल उत्पादक किसान आम की फसल से अच्छी उम्मीद लगाए बैठे थे. वहीं शनिवार को आई आंधी और बारिश ने बचे हुए आम की फसल को 20 से 30 फ़ीसदी तक नुकसान पहुंचा दिया है. आंधी के बाद बागों में जमीन पर आम ही आम बिखरे दिखाई दे रहे थे जिनको देखकर किसानों की आंखों में आंसू आ गए. अवध आम उत्पादक संघ के अध्यक्ष उपेंद्र सिंह ने बताया कि शनिवार को आई आंधी और बारिश की वजह से आम की फसल को बहुत नुकसान पहुंचा है. बाजार में जहां इन दिनों आम के काफी अच्छे दाम हैं तो वहीं आंधी और बारिश की वजह से टूट कर गिरे हुए आम 80 ₹90 किलो की बजाय डेढ़ से ₹2 प्रति किलो बिक रहे हैं. ऐसे में सरकार को भी आम उत्पादक किसानों के नुकसान की भरपाई करनी चाहिए.
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लखनऊ फल पट्टी के काकोरी, मलिहाबाद क्षेत्र में आम की फसल को मौसम ने काफी नुकसान पहुंचाया है. इस फल पट्टी में आंधी और बारिश की वजह से 25 से 30 फ़ीसदी आम नुकसान हो चुका है. केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ सुशील कुमार शुक्ला ने बताया कि आंधी से आम की फसल को नुकसान हुआ है. बागों में बड़े-बड़े आम के फल गिर गए हैं जो अब पूरी तरीके से पकने के लिए तैयार थे. इस बार कीड़े और आंधी की वजह से आम की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. पद्मश्री से सम्मानित कलीमुल्लाह खां बताते हैं कि इस बार आम की फसल पर मौसम की खूब मार पड़ी है जिसकी वजह से आम का उत्पादन प्रभावित होगा. इसी वजह से आम के दाम बढ़ सकते हैं.
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