ठंडी के सीजन में हिमाचल का नाम सुनते ही मन में झुरझुरी सी होती है. बर्फबारी, कड़ाके की ठंड और ठिठुरन का खयाल मन में आता है. ठंड शुरू होने से पहले ही लोग भांति-भांति के प्लान बनाते हैं. शिमला या मनाली में तफरी की तैयारी करते हैं. लेकिन इस बार लोगों को भारी निराशा हाथ लग रही है. वजह है मौसम की बेईमानी का. इस बार ठंड ने लोगों को निराश किया है. खासकर उन लोगों को जो शिमला में बर्फ की चादरों पर स्केटिंग करने का मन बना रहे थे. आलम ये है कि हिमाचल प्रदेश में ठंड बढ़ने की कौन कहे, यहां तो पारा सामान्य से 3-4 डिग्री बढ़ ही गया है.
पारा गिरने के बजाय इसमें चढ़ाव देखा जा रहा है जिससे टूरिस्ट और गाइड सहित स्थानीय लोगों में घोर निराशा देखी जा रही है. टूरिस्ट इसलिए निराश हैं क्योंकि उन्हें स्कीइंग का मौज नहीं मिल रहा. गाइड इसलिए परेशान हैं क्योंकि उन्हें टूरिस्ट नहीं मिल रहे. टूरिस्ट तो आखिर तभी आएंगे जब उनके आने लायक मौसम बनेगा. स्थानीय इसलिए निराश हैं क्योंकि टूरिस्ट के नहीं आने से उनका धंधा पिट रहा है. इसलिए मौसम के धोखे ने एकसाथ कई जमात को हताश-परेशान किया है.
देश के कई इलाकों से टूरिस्ट हिमाचल की राजधानी शिमला आते हैं. इन टूरिस्ट के मन में शिमला की बर्फबारी देखने की चाह होती है. ऐसे टूरिस्ट में विदेशी सैलानी भी शामिल होते हैं. लेकिन स्थिति ये है कि जिस महीने में घोर ठंड होनी चाहिए, जिस महीने में घोर बर्फबारी होनी चाहिए, उस सीजन में तेज धूप देखी जा रही है. क्वीन ऑफ हिल्स कहे जाने वाले शिमला में बर्फ की जगह लोगों को धूप से सामना हो रहा है.
टूरिस्ट हालांकि शिमला पहुंच रहे हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि मौसम पलटेगा और बर्फबारी होगी. बर्फ ना सही, शिमला में टूरिस्ट खुशनुमा मौसम का आनंद जरूर उठा रहे हैं. एक टूरिस्ट ANI से कहते हैं, हमें उम्मीद थी कि शिमला में ठंड पड़ेगी. हमें लगा कि बर्फबारी देखने को मिलेगी. हमलोग दिल्ली से आए हैं. अनुमान था कि बर्फ देखने को मिलेगी, लेकिन यहां का मौसम तो एकदम साफ है. यहां तेज धूप खिल रही है. स्थिति ये है कि दिल्ली से अधिक तापमान अभी शिमला में है.
टूरिस्ट कहते हैं, आलम ये है कि हम शिमला में महज एक स्वेटर में घूम रहे हैं, यहां तो जैकेट की जरूरत ही नहीं है. यहां होना अच्छा लग रहा है पर निराशा इस बात की है कि हम धूप सेंकने नहीं बल्कि बर्फबारी देखने आए थे. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि जलवायु परिवर्तन की मार देखने को मिल रही है. इससे मौसम में तेजी से बदलाव है. दूसरी बड़ी वजह ये है कि शिमला में गाड़ियों का रेला लगा रहता है जिससे तापमान में वृद्धि हो रही है.
रविंदर ऋषि नाम के दूसरे टूरिस्ट कहते हैं, हमें उम्मीद है कि क्रिसमस के दरमियान बर्फबारी होगी. इस साल तो शिमला और पटियाला का तापमान तकरीबन एक बराबर हो गया है. मैंने अपनी जैकेट उतार दी है. हम साफ-साफ देख रहे हैं कि शिमला का मौसम तेजी से बदल रहा है. जहां ठंड होनी चाहिए वहां अभी गर्मी का अहसास हो रहा है. पटियाला से आए रविंदर ऋषि कहते हैं, यहां आसमान साफ है और बहुत सुंदर दिख रहा है. यहां के मौसम का अंदाजा लगाना मुश्किल है. हम क्रिसमस तक यहां रुकेंगे. उम्मीद है कि हमें बर्फफारी देखने को जरूर मिलेगी.
भारतीय मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक मौसम साफ रहने का अनुमान जताया है. स्थानीय मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, 22 दिसंबर तक मौसम साफ रहने की उम्मीद है. हालांकि ऊना क्षेत्र में शीतलहर का अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा बिलासपुर, मंडी, हमीरपुर और ऊना जिले में कोहरा छाने का अनुमान जताया गया है. आने वाले दिनों में तापमान समान बने रहने की उम्मीद है. ऊना में पिछले 24 घंटे में तापमान 25 डिग्री दर्ज किया गया है. केलोंग में न्यूनतम तापमान -5 से 6 डिग्री दर्ज किया गया है. शिमला में सामान्य तापमान से 4 डिग्री अधिक तापमान है. अगले 5-6 दिन शिमला में मौसम शुष्क रहेगा.
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