उत्तराखंड के मशहूर पर्यटन स्थल और स्की रिजॉर्ट औली एक बार फिर से जबरदस्त बर्फ की आगोश में आ चुका है. बताते चलें कि क्रिसमस से ठीक पहले पर्यटकों को यह नायाब तोहफा दिया ही कुदरत ने. आधा फीट बर्फ की मोटी चादर के नीचे औली की वादियां हर तरफ सफेद दिखाई दे रही हैं. वही कल क्रिसमस है और इस समय वीकेंड के चलते बड़ी संख्या में पर्यटक उत्तराखंड के औली आ रहे हैं. ऐसे में उनके लिए यह बर्फबारी किसी तोहफे से कम नहीं है क्योंकि अब औली की वादियां बर्फ से लकदग हो चुकी हैं. ऐसे में यहां पहुंचे पर्यटकों को मनमांगी मुराद पूरी हो चुकी है. औली अब एक बार फिर से जबरदस्त बर्फ की आगोश में आ चुका है.
बर्फबारी के बाद जहां औली की वादियों पर चार चांद लग गए हैं, वहीं क्रिसमस से पहले यहां पर्यटकों की भारी तादाद पहुंचनी शुरू हो गई है. औली जाने वाले मार्ग पर पर्यटकों की बढ़ती तादाद के चलते लगातार जाम की स्थिति बन रही है. सुबह यहां तीन से चार घंटे तक पर्यटक मार्ग पर ही फंसे रहे क्योंकि सड़क मार्ग पर जगह-जगह बर्फ और पाला गाड़ियों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है.
ऐसे में आज तो मौसम खराब है, लेकिन कल से जैसे ही मौसम सुहाना होगा, वैसे ही पाला और मुश्किलें कड़ी कर सकता है. फिर यहां आवाजाही करने में और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. ऐसे में यहां घंटों कई किलोमीटर तक गाड़ियों की लंबी कतार देखने को मिल रही है जिससे औली पहुंचने वाले पर्यटकों की परेशानी बढ़ती दिखाई दी है.
उधर, हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मनाली के ऊपरी इलाकों सहित अटल टनल रोहतांग में आज सुबह से ही बर्फबारी का दौर जारी है. दिसंबर महीने की इस दूसरी बर्फबारी ने पर्यटकों को आकर्षित जरूर किया, लेकिन उनके लिए परेशानी का सबब भी बन गई. अटल टनल से सोलंगनाला तक सड़क पर बर्फ की मोटी परत जमने और फिसलन बढ़ने के कारण करीब 2 हज़ार वाहन वाहन फंस गए.
मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद सोमवार दोपहर से शुरू हुई जबरदस्त बर्फबारी ने चकराता के ऊंचे इलाकों लोखंडी देवबन, मोइला टॉप, कनासर जैसे इलाको में पहुंचे पर्यटक बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठते नजर आए. बर्फ की चार तले ढके इन इलाकों में किसानों से लेकर होटल व्यवसायी भी बर्फबारी से काफी खुश नजर आ रहे हैं. लेकिन इसी बर्फबारी में फंसे वाहनों की रफ्तार थम सी गई जिसके चलते जो जहां था वहीं थम गया. हालांकि थोड़े परिश्रम के बाद जैसे तैसे लोग वाहन समेत बर्फबारी का आंनद लेते नजर आए.
उत्तराखंड में केदारनाथ धाम में कल से लगातार बर्फबारी जारी है. धाम में अभी तक एक फ़ीट से अधिक तक बर्फ गिर चुकी है. धाम में बर्फबारी के बाद सभी काम भी बंद हो गए हैं. यहां घरों की छत पर भी बर्फ की मोटी चादर जम गई है. टिहरी जिले के घनसाली विधानसभा के भारत तिब्बत सीमा से सटे सीमांत गांव गंगी में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है. सीजन की पहली बर्फबारी से सीमांत गांव गंगी के घर जंगलों ने बर्फ की सफेद चादर ओड़ ली है.
देखने में ऐसा लग रहा है कि मानो गंगी गांव का प्रकृति ने श्वेत शृंगार किया है. भारी बर्फबारी के बाद सीमांत गांव गंगी का जिला मुख्यालय सहित मुख्य बाजारों से संपर्क पूरी तरह से कट चुका है. सीमांत गांव के लोग अपने ही घरों में कैद होकर रह गए है. वहीं सीमांत गांव में हुई बर्फबारी के बाद आसपास के क्षेत्रों में भी शीतलहर के प्रकोप से तापमान में काफी गिरावट आ चुकी है. लोग ठंड से बचने के लिए दिन के समय भी अलाव का सहारा लेने को मजबूर हैं.
एक बार फिर उत्तराखंड मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित हुई है जोकि पहाड़ी क्षेत्रों में वर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में बादल और हल्की हवा के साथ हल्की बूंदाबांदी के बाद ठंड ने दस्तक दे दी है. मैदानी क्षेत्र ऊधम सिंह नगर में देर रात से हल्की बूंदाबांदी के साथ शीतलहर चली जिससे ठंड बढ़ गई है. वहीं ये ठंड किसानों के लिए वरदान है. किसानों की गेहूं की फसल, गन्ने की फसल के साथ साथ लाही और मटर की फसल के लिए ये हल्की बारिश लाभदायक है, तो वहीं लोगो को ठंड का अहसास करा दिया है.
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