मंगलवार को एक बार फिर वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण पाकिस्तान की सीमा से उठे जबरदस्त रेतीले तूफान ने जैसलमेर जिले के रेगिस्तानी इलाकों में जोरदार हंगामा मचाया है. तूफान की गति इतनी तेज थी कि कुछ विंडमिल के पंखे टूट कर नीचे गिर गए व मशीने टेढ़ी हो गई. इसके अलावा जिले के नहरी क्षेत्र में तूफान व ओलावृष्टि ने खेतो में लगे किसानों के सोलर सिस्टम को ध्वस्त कर दिया. बड़ी संख्या में बिजली के पोल गिरने की भी जानकारी मिली है. जिले के कई इलाकों में जबरदस्त ओलावृष्टि व भारी वर्षा होने की भी जानकारी मिली है.
पाकिस्तान की सीमा से सटे सीमावर्ती जैसलमेर जिले में मंगलवार को पाकिस्तान की सीमा से उठकर आए तूफान ने जमकर तबाही मचाई है. जहां जिले के नहरी क्षेत्र सुथारवाला मंडी, मोहनगढ़, नेहड़ाई, आदि कई इलाकों में किसानों के सोलर पैनलों को ध्वस्त कर दिया.
इसके अलावा जिले के पोकरण, फलसूण्ड, रामदेवरा, भैंसड़ा आदि कई इलाकों में तूफान के साथ ओलावृष्टि व जोरदार वर्षा होने की जानकारी मिली है. इसी तूफानी बरसात से जहां कई इलाकों में बिजली के पोल गिर गए वहीं तूफान की गति इतनी तेज थी कि जिले के डांगरी, भैंसड़ा आदि अन्य क्षेत्रों में लगी हुई विंडमिलों की मशीनों को टेढ़ा कर दिया व पंखों को तोड़ दिया है.
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मौसम विभाग द्वारा जारी ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी के संदर्भ में जिला कलेक्टर टीना डाबी ने मौसम विभाग के पूर्वानुमान अनुसार जिले में मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा और आकाशीय बिजली व तेज हवा चलने के अलर्ट को देखते हुए आमजन से सावधानी बरतने एवं कमजोर दीवार,पेड़ व खंभे के नीचे खड़े न रहने की अपील की है. साथ ही उन्होंने सभी एसडीएम एवं संबंधित अधिकारियों से अलर्ट रहने के निर्देश दिए है. उन्होंने किसी भी नुकसान की स्थिति में रेस्क्यू टीम को भी अलर्ट रहने के लिए निर्देशित किया है.
उधर जैसलमेर के ग्रामीणों के अनुसार जिले के नहरी क्षेत्र जिसमें सुथारवाला मंडी, मोहनगढ़ आदि शामिल हैं में करीब आधा घंटा चली ओलावृष्टि व भारी बरसात से जहां ओलों की चादर बिछ गई वहीं किसानों के खेतों में लगी हुई सोलर प्लेट तिनकों की तरह उड़ गए और कई इलाकों में दिन में अंधेरा सा छा गया.
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