बिहार में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. वहीं मौसम विभाग ने 26 जनवरी तक राज्य में शीत दिवस और घना कोहरा छाए रहने की संभावना जारी की है. जहां बीते कुछ दिनों से राज्य में घने कोहरे के कारण लोगों को दिन में भी लाइट जलाकर गाड़ी चलाना पड़ रहा है. वहीं शरद ऋतु ने जाते-जाते लोगों को कड़ाके की ठंड का एहसास करा दिया है. अगर बीते चौबीस घंटों के दौरान मौसम विभाग की ओर से रिपोर्ट पर नजर डालें तो गया जिले में सबसे न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं इस कड़ाके की ठंड में पशुओं के बीमार होने का खतरा भी काफी बढ़ जाता है. इस दौरान पशुओं के आवासीय प्रबंधन से लेकर उनके खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
बता दें कि बिहार में दस जनवरी के बाद से कड़ाके की ठंड पड़ रही है. मौसम विभाग ने 24 जनवरी तक ठंड को लेकर ऑरेंज और येलो अलर्ट घोषित किया था. अब 26 जनवरी तक राज्य के उत्तर और दक्षिण के कई जिलों में कोहरा और शीत दिवस को लेकर अलर्ट घोषित किया है. वहीं जिन किसानों ने देर से गेहूं की बुआई की है. उनका कहना है कि कड़ाके की ठंड पड़ने से उनकी गेहूं की फसल अच्छी होने की उम्मीद है. इसके साथ ही आम और लीची के लिए भी यह ठंड काफी मददगार साबित हो रही है.
मौसम विभाग ने आने वाले 26 जनवरी तक राज्य के कई जिलों में कोहरा और शीत दिवस को लेकर येलो अलर्ट घोषित किया है. सूबे के उत्तर बिहार, दक्षिण पश्चिम और दक्षिण मध्य बिहार के कई जिलों में आने वाले 24, 25 और 26 जनवरी तक शीत दिवस और घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. इसमें से उत्तर बिहार के जिलों के अलावा दक्षिण बिहार के बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल, पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय और लखीसराय सहित अन्य जिलें शामिल हैं. आज राज्य के बांका जिला में न्यूनतम तापमान 3.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
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बिहार वेटनरी कॉलेज पटना के पशु वैज्ञानिक डॉ दुष्यंत कुमार यादव कहते हैं कि ठंड के दौरान पशुओं में गाय के बच्चों सहित बकरी और अन्य जानवरों में निमोनिया रोग का खतरा बढ़ जाता है. इसके साथ ही उनका इम्युनिटी सिस्टम डाउन हो जाता है. देसी गाय की तुलना में क्रॉस ब्रीड गाय में ठंड के दौरान बीमारी का खतरा अधिक रहता है. अधिक ठंड पड़ने के दौरान पशुपालक पशुओं के आवास का बेहतर तरीके से प्रबंधन करें. साथ ही उनके भोजन को लेकर भी विशेष ध्यान दें. वहीं घरेलू उपचार के साथ नजदीकी पशु चिकित्सक से जरूर संपर्क करें.
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