महाराष्ट्र में अब कुछ युवा किसान खेती में नए-नए प्रयोग करते नजर आ रहे हैं. किसान पारंपरिक तरीके से खेती करने के बजाय
अब आधुनिक तरीके से खेती करके अच्छा उत्पादन और मुनाफा दोनों कमा रहे हैं. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है सोलापुर जिले के रहने वाले युवा किसान अभिजीत पाटिल ने. किसना पाटिल पहले पारंपरिक तरीके से खेती करते थे,लेकिन उससे उन्हें अच्छा उत्पादन नहीं मिल रहा था. जिसके बाद उन्होंने ने लाल केले की खेती करना शुरू की इसे अब वो अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.
अब कुछ युवा उच्च शिक्षित होने के बाद भी नौकरी की तलाश छोड़ खेती में आ रहे हैं. वहीं अभिजीत पाटिल ने भी सिविल इंजीनियर की पढ़ाई की है. पाटिल ने नोकरी छोड़ खेती में हाथ आजमाया. पाटिल ने चार एकड़ जमीन में लाल केले के बाग लगाए है. इस बागवानी से उन्हें अब सालाना 35 लाख से ज्यादा का मुनाफा हो रहा है.
किसान अभिजीत पाटिल सोलापुर जिले के करमाला तालुक के वाशिम्बे गांव के रहने वाले है. पाटिल बताते है कि लाल केले कि खेती से उन्हें अब तक 35 लाख का मुनाफा हो चुका है.केले के बाग तैयारी होने में 12 महीने का समय लगता है और प्रति एकड़ में केले की खेती लिए एक लाख का खर्च आता है. पाटिल ने बताया कि उन्होंने पुणे के डीवाई पाटिल कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की इसके बाद उन्होंने नौकरी ना कर खेती करने का फैसला किया. पाटिल ने 2015 से खेती शुरू की. आज वे लाल केले की खेती से लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं.
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पाटिल का कहना है कि बाजार में इस समय लाल केले की काफी मांग है. इसके चलते अच्छा भाव मिल रहा है. लाल केले का 55 से 60 रुपये दर्जन रेट मिल रहा है. पाटिल ने बताया कि 4 एकड़ में 60 टन केले का उत्पादन मिलता है. लाल केला औषधीय है. इसमें उच्च पोषण गुण होते हैं. मेट्रो शहरों में उच्च और संपन्न वर्ग के बीच लाल केले की भारी मांग है. पाटिल ने यह भी कहा कि बड़े पांच सितारा होटलों में भी लाल केले की भारी मांग रहती है. मांग में बढ़ोतरी के चलते आगे और अच्छा भाव मिलेगा.
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