उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में विदेश से पढ़कर लौटे युवक दुष्यंत भाटी हॉल्स्टीन फ़्रिसियन (HF) गायों का डेयरी फार्म चला रहे हैं. HF गाय को विदेशी नस्ल की गाय है, जिसे डेयरी फार्मिंग के लिए ही विकसित किया गया है, जो सबसे अधिक दूध देने वाली गाय मानी जाती है. दुष्यंत ने अपने इस फार्म का नाम धनश्री फार्म रखा है.खास बात ये है कि यहां विदेशी तकनीक की तर्ज पर गायों का रखरखाव और दुग्ध का उत्पादन कर उसे ग्राहकों तक कांच की बोतलों में भरकर पहुंचाया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया में साफ-सफाई का बेहद खास खयाल रखा जाता है.
किसान तक से हुई बातचीत में दुष्यंत भाटी ने अपने इस सफर की कहानी को साझा करते हुए बताया कि जब वो लंदन से MBA करके स्वदेश लौटे तो उन्होंने अपने देश में कुछ ऐसा करने की ठानी जिससे देश व यहां के लोगों को लाभ दे सकें.
दुष्यंत बताते हैं कि इस फार्म को खोलने से पहले उन्होंने विभिन्न देशों जैसे, इजरायल, हॉलैंड आदि में जाकर वहां के आधुनिक डेयरी फार्म देखें और उन पर अपना कुछ रिसर्च भी किया. फिर उसके बाद जब वो भारत आए तो उन्होंने देखा कि देश में खेती और डेयरी फार्मिंग में लेबर का काफी अभाव रहता है. जिसके बाद उन्होंने ऑटोमैटिक डेयरी फार्म खोलने का निर्णय लिया.
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इस फार्म पर गायों को चारा देने से लेकर दूध निकालने और उनके स्वास्थ्य व अन्य रिकार्ड यानी लेखा-जोखा डिजिटली सॉफ्टवेयर की मदद से रखा जाता है. साथ ही फार्म पर मौजूद गायों के पैर में एक खास किस्म की चिप लगाई गई है, जो कि एक सॉफ्टवेयर पर काम करती है, इसकी मदद से पता चल जाता है कि गाय को क्या परेशानी है और उसको क्या चारा किस समय दिया जा रहा है और यह प्रक्रिया निरंतर चलती है.
दुष्यंत ने बताया कि उन्होंने इस फार्म की शुरूआत दूध, घी और पनीर बनाने से की थी, लेकिन आज वह अपने फार्म की गायों के दूध से मिठाई भी बना रहे हैं. ग्रेटर नोएडा में उन्होंने धनश्री स्वीट्स नाम से एक दुकान की शुरूआत भी की है. जिसमें गाय के दूध और घी से बनी मिठाईया, घी, मक्खन, रबड़ी, कुल्फी, छाछ व मिल्क शेक वह ग्राहकों को उपलब्ध करा रहे हैं. आगामी दिनों में इन आउटलेट को वह नोएडा-एनसीआर में अन्य जगहों पर भी खोलने की योजना बना रहे हैं. इससे उन्हें अच्छा मुनाफा भी हो रह है.
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इसी के साथ वह क्षेत्र के अन्य किसानों और गौपालकों और गांवों को भी अपने साथ जोड़ रहे हैं, जिन किसानों के पास कम गाय हैं वह उनसे दूध एकत्रित करते हैं और उन्हें उसका सही मूल्य भी देते हैं साथ ही उनकी गायों से संबंधित मूलभूत सुविधाएं जैसे- चारे की सही जानकारी, पशु स्वास्थय आदी से संबंधित जानकारी भी मुहैया कराते हैं.
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