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Apple Farming: 45 डिग्री सेल्सियस पर इस किसान ने उगाए हिमाचल के सेब, मिली बढ़िया पैदावार और मुनाफा

Apple Farming: 45 डिग्री सेल्सियस पर इस किसान ने उगाए हिमाचल के सेब, मिली बढ़िया पैदावार और मुनाफा

गाजीपुर कोतवाली क्षेत्र के छावनी लाइन के रहने वाले सुनील कुशवाहा ने अपने छोटे से खेत के टुकड़े पर एक अनोखा प्रयोग किया है. चार बीघे में फैले अपने खेत में उन्होंने एक खास प्रजाति के सेब की फसल लगाई है. जिसके बारे में दावा किया गया है कि ये ऑफ सीजन यानी गर्मियों में फल देगा.

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पूर्वांचल में युवा 45 डिग्री सेल्सियस पर उगा रहे है हिमाचल का सेब पूर्वांचल में युवा 45 डिग्री सेल्सियस पर उगा रहे है हिमाचल का सेब

एन एपल ए डे कीप्स द डॉक्टर अवे, इस अंग्रेजी कहावत का मतलब है कि हर रोज सेब खाकर आप बीमारी और डॉक्टर दोनों को दूर रख सकते हैं. ऐसे में सेब की कितनी डिमांड है ये तो आप जानते ही होंगे. सेहत और स्वाद दोनों मामले में सेब काफी पसंद किया जाता है. वैसे तो भारत में सेब की पैदावार कश्मीर और हिमाचल में सबसे ज्यादा होती है लेकिन, एक ऐसा भी किसान है जो पहाड़ों पर होने वाले सेब को गाजीपुर में उगा रहा है. दरअसल गाजीपुर कोतवाली क्षेत्र के छावनी लाइन के रहने वाले सुनील कुशवाहा ने अपने छोटे से खेत के टुकड़े पर एक अनोखा प्रयोग किया है. चार बीघे में फैले अपने खेत में उन्होंने एक खास प्रजाति के सेब की फसल लगाई है.

इसके बारे में दावा किया गया है कि ये ऑफ सीजन यानी गर्मियों में फल देगा. हिमाचल से लाए गए ये सेब के खास पौधे गर्मी के दिनों में ही फल देते हैं. फिलहाल सुनील परंपरागत खेती करने वाले  किसानों को नि:शुल्क ट्रेनिंग देने का भी विचार कर रहे हैं.

गाजीपुर, छावनी लाइन के रहने वाले सुनील कुशवाहा ने बताया कि सेब की फसल गाजीपुर में उगाने का सिलसिला करीब 3 साल पहले शुरू हुआ, जब वह हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा  जिले में गए थे, वहां उन्हें जानकारी मिली कि हरमन शर्मा नाम के एक वैज्ञानिक ने हर्मन P99 नामक सेब की एक किस्म तैयार की है जो 45 डिग्री के तापमान वाले इलाके में भी फल देता है. तब सुनील ने हिमाचल के कांगड़ा जिले से सेब का यह पौधा मंगवाया और उन्होंने उसे अपने छोटे से खेत में लगाया.  

सुनील ने लगाए 222 सेब के पौधे

सुनील बताते हैं कि उन्होंने फिलहाल 222 सेब के पौधों को 10 x10 फुट के क्षेत्रफल में लगाया है. जब उन्होंने हिमाचल से ये पौधे मंगवाए थे. उस वक्त एक पौधे की कीमत 350 रुपये थी. सुनील के अनुसार अब जैसे-जैसे शोध बढ़ रहा है. वैसे-वैसे पौधे के रेट कम होते जा रहे हैं. अब इस नस्ल के सेब के पौधे 100 से लेकर 300 रुपए के बीच आसानी से मिल जाते हैं. सुनील बताते हैं कि उनके खेत में अभी 222 पौधे लगे हैं जो उन्होंने व्यावसायिक दृष्टि से लगाए हैं. उन्होंने बताया कि पिछले साल इन पौधों में कुछ खास फल नहीं लगे थे, लेकिन इस बार फल अच्छे आए हैं.

किसान के खेत में  लगे हैं 222 पौधे
किसान के खेत में लगे हैं 222 पौधे

वहीं इसके एक-एक पौधे में पचास से ज्यादा फल आए हैं. अब उत्साहित सुनील अपने जिले के किसानों को यह संदेश देना चाहते हैं कि गेहूं और धान की पारंपरिक खेती के साथ वह ऐसी खेती करें जिससे उन्हें ज्यादा मुनाफा हो. इसके लिए वो किसानों को इसकी ट्रेनिंग निशुल्क देंगे.

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किसान ने सीखे ऑर्गेनिक खेती के गुण

सुनील के अनुसार उन्होंने बीटेक की पढ़ाई की हुई है. ऑर्गेनिक खेती में वह हमेशा से अपना करियर बनाना चाहते थे. इसी को देखते हुए उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र गाजीपुर से ऑर्गेनिक खेती में औपचारिक ट्रेनिंग ली. इसके साथ ही साथ मध्य प्रदेश के रहने वाले सुभाष पालेकर  के सानिध्य में भी उन्होंने ऑर्गेनिक खेती के गुण सीखे, सुभाष पालेकर को ऑर्गेनिक खेती में विशिष्ट सेवा के लिए और पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है.

हर पेड़ पर आए  50 से ज्यादा फल

सुनील बताते हैं कि सेब के पौधों में पिछले साल उम्मीद से कम फल लगे थे. फलों का आकार छोटा था. उन्होंने बताया कि इस साल उनके खेत के हर पेड़ पर खूब फल आए हैं और हर पेड़ से 50 से ज्यादा फल यहां तक कि 70 से 100 फल तक निकलने की उम्मीद है. वहीं उन्हें उम्मीद है कि इस साल अच्छा मुनाफा होगा. सुनील के अनुसार कश्मीर और हिमाचल के बागानों से निकले सेब सर्दियों में लोकल मंडी में बिकने के लिए आते हैं. वहीं गर्मियों में सेब की कीमत औसतन 200 रुपए तक चली जाती है, क्योंकि ये सेबों के लिए ऑफ सीजन होता है, ऐसे में उनके खेतों से निकले सेबों को बेचकर इस बार वह मोटा मुनाफा कमाएंगे.

दूर-दूर से सेब का पेड़ देखने आते हैं लोग
दूर-दूर से सेब का पेड़ देखने आते हैं लोग

हरमन P 99 नस्ल को उगाने काआदर्श मौसम है गर्मी

सुनील ने बताया कि अब तक वह सेब की खेती को एक प्रयोग के तौर पर कर रहे थे. लेकिन अब बेहतर पैदावार देखकर वह इस सेब की खेती को विस्तार देंगे. गाजीपुर में गर्मियों में तापमान 45 डिग्री तक चला जाता है. वहीं हरमन P 99 नस्ल के इस सेब को उगाने के लिए यह एक आदर्श मौसम है. तीन साल पहले जब उन्होंने सेब की खेती करने की योजना अपने जानने वालों से साझा की तो लोगों ने इस निर्णय को आर्थिक दृष्टि से अव्यावहारिक बताया था. लेकिन, अब दूर-दूर से लोग सुनील के यहां इस सेब की फसल को देखने और इसके बारे में जानने आते हैं.