बिहार के नालंदा जिले में हजारों किसान 15वीं किस्त से वंचित रह गए हैं. केंद्र सरकार द्वारा 15वीं किस्त जारी किए जाने के बावजूद भी उनके खाते में अभी तक पीएम किसान की राशि नहीं आई है. कहा जा रहा है कि इन किसानों ने अभी तक ईकेवाईसी नहीं करवाया है. साथ ही खाते को भी एनपीसीआई से लिंक नहीं करवाया है. ऐसे में इन किसानों को 15वीं किस्त की राशि के लिए सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगाना पड़ रहा है.
जानकारी के मुताबिक, नालंदा जिले में 23 हजार 778 किसानों के खाते में अभी तक पीएम किसान की 15वीं किस्त नहीं आई है. खास बात यह है कि जिले के 1 लाख 75 हजार 251 किसानों ने 15वीं किस्त का लाभ उठाया है. उनके खाते में 38 करोड़ 88 लाख 38 हजार रुपए जारी किए गए हैं.
दरअसल, केंद्र सरकार ने पीएम किसान के नियमों में बदलाव किया है. सरकार ने ईकेवाईसी और खाता का एनपीसीआई से लिंक कराना अनिवार्य कर दिया है. सरकार ने कई बार ईकेवाईसी और खाता का एनपीसीआई से लिंक करवाने के लिए किसानों को जागरूक भी किया. इसके बावजूद भी नालंदा जिले के 18 हजार से अधिक किसानों ने ई-केवाईसी नहीं कराया. वहीं, करीब पांच हजार किसान अपने अकाउंट को एनपीसीआई से लिंक नहीं करा पाए हैं. जिसकी वजह से उनके खाते में 15वीं किस्त की राशि नहीं पहुंची.
खास बात यह है कि जिले में हजारों अपात्र किसान हैं, जिन्होंने अवैध तरीके से पीएम किसान का लाभ उठाया है. अभी तक 5026 अपात्र किसानों को पीएम किसान की राशि लौटाने के लिए नोटिस भेजा गया है. करीब 125 अपात्र किसानों ने राशि लौटा दी है.
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अगर किसान ई-केवाईसी और एनपीसीआई कराना चाहते हैं, तो पीएम किसान के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन ई-केवाईसी और एनपीसीआई का काम पूरा कर सकते हैं. इसके अलावा वे घर के नजदीक स्थित कॉमन सर्विस सेंटर में जाकर भी ई-केवाईसी करा सकते हैं. जब तक किसान पीएम किसान के शर्तों को पूरा नहीं करेंगे, उनके खाते में 15वीं किस्त की राशि नहीं पहुंचेगी.
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