scorecardresearch
किसानों की पांच गुना तक बढ़ाई जा सकती है कमाई, कैसे? CSAU के वीसी ने दी जानकारी

किसानों की पांच गुना तक बढ़ाई जा सकती है कमाई, कैसे? CSAU के वीसी ने दी जानकारी

चंद्रशेखर आजाद एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वीसी आनंद कुमार सिंह ने किसान तक आम सभा में कहा कि अगर किसानों का बच्चे को अच्छे यूनिवर्सिटी, कॉलेज या शिक्षण संस्थानों में अच्छी पढ़ाई के लिए किसानों की कमाई बढ़ाना जरूरी है. आज सरकार इसमें बड़ी मदद कर रही है. खेती-किसानी से लेकर ट्रेड तक में सरकार से मदद मिल रही है.

advertisement
किसान तक आम सभा किसान तक आम सभा

इंडिया टुडे ग्रुप के किसान तक चैनल ने सोमवार को लखनऊ में किसान तक आम सभा का आयोजन किया. इस प्रोग्राम में आम की खेती से लेकर अन्य फसलों पर विस्तार से चर्चा हुई. इसी प्रोग्राम में चंद्रशेखर आजाद एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, कानपुर के वाइस चांसलर आनंद कुमार सिंह ने बताया कि किसानों की आमदनी दोगुनी ही क्यों, पांच या छह गुना तक बढ़ाई जा सकती है बशर्ते कि खेती को ज्ञान और विज्ञान से जोड़ा जाए. 

किसानों की कमाई बढ़ाना है जरूरी 

चंद्रशेखर आजाद एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वीसी आनंद कुमार सिंह ने किसान तक आम सभा में कहा कि अगर किसानों का बच्चे को अच्छे यूनिवर्सिटी, कॉलेज या शिक्षण संस्थानों में अच्छी पढ़ाई के लिए किसानों की कमाई बढ़ाना जरूरी है. आज सरकार इसमें बड़ी मदद कर रही है. खेती-किसानी से लेकर ट्रेड तक में सरकार से मदद मिल रही है. सरकार किसानों को सब्सिडी दे रही है. किसानों के हाथों में आज मोबाइल फोन है. कई पोर्टल और वेबसाइट हैं जहां से किसान जानकारी लेकर किसान खेती को टिकाऊ बना सकते हैं.

इससे किसानों की आय डबल ही नहीं बल्कि तीन गुना से लेकर पांच-छह गुना तक कर सकते हैं. ऐसे कई किसानों की लिस्ट हमारे पास है जहां के किसानों की इनकम कई गुना तक बढ़ी है क्योंकि उन्होंने फसल का विविधिकरण किया, व्यवसाय बढ़ाया और जागरूरता पर ध्यान दिया. जब तक ज्ञान और विज्ञान आधारित खेती नहीं होगी, तब तक कमाई बढ़ाना मुश्किल है.

ये भी पढ़ें:- बाराबंकी में मछलीपालन से 1 करोड़ तक कमाई कर रहे हैं किसान, आम की खेती का भी बढ़ा रकबा

बागवानी की खेती में तेजी से विकास

आनंद कुमार सिंह ने कहा कि आज खेती की उत्पादकता बढ़ी है. आनंद कुमार सिंह ने कहा कि आज का छोटा किसान आम जैसी फसल लगाने के बारे में बहुत सोचता है क्योंकि 3 साल में उसमें फलन होता है जबकि गेहूं धान से साल भर में कमाई हो जाती है. पहले देश में अनाज मंगाना पड़ता था लेकिन आज हम निर्यात कर रहे हैं. देश में बागवानी से लेकर अनाज और मसालों की खेती में जितना विकास हुआ है, उतना विकास कहीं नहीं हुआ. 

किसानों के लिए रखा जाता है ट्रेनिंग प्रोग्राम 

आनंद कुमार ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में आजकल पढ़ाई और कोर्स को ऐसा बनाया गया है जिससे छात्र सीखकर बाहर जाए तो उसे बहुत आसानी होगी. यूनिवर्सिटी में छात्रों को सही समय पर सही जानकारी दी जाती है. सरकार भी इसमें बहुत मदद कर रही है और इसके लिए आजादी का अमृत महोत्सव चलाया जा रहा है. इससे किसान अच्छी जानकारी प्राप्त कर रहे हैं. हमारे यूनिवर्सिटी में हर हफ्ते किसानों के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम करते हैं. हर साल 150 ट्रेनिंग प्रोग्राम करते हैं. यह ट्रेनिंग यूनिवर्सिटी के साथ-साथ खेतों में भी करते हैं.

बीते वर्षों में किसानों की कमाई बढ़ी

आनंद कुमार ने बताया कि आज किसानों को आज बताया जा रहा है कि आने वाले समय में कैसे खेती करनी है ताकि जलवायु परिवर्तन से लेकर आमदनी तक पर फोकस होता है. आनंद कुमार ने बताया कि जैसे हम खुद को ठीक रखने के लिए पोषक तत्वों को लेते हैं, वैसे ही हमें खेती का भी ध्यान रखना चाहिए.किसानों को मिट्टी बर्बाद नहीं करनी चाहिए. खेतों में कीटनाशकों और खादों के प्रयोग के बारे में सोचना चाहिए. कई फसलों में इतना उत्पादन कर रहे हैं जो कि रिकॉर्ड है. लेकिन किसान केमिकल खाद और कीटनाशकों से बचें क्योंकि इससे निर्यात पर असर पड़ेगा. केमिकल पानी और हवा में जाएगा तो उससे बड़ी हानि होगी. विदेश में जो माल भेजेंगे वह खेप वापस आ जाएगी क्योंकि वहां केमिकल का प्रोडक्ट नहीं लिया जाएगा. 

आनंद कुमार ने बताया कि बीते वर्षों में किसानों की कमाई बढ़ी है और आने वाले समय में और बढ़ेगी. कीड़े और मकोड़ों से 2.5 लाख करोड़ का नुकसान होता है, अगर इसे विज्ञान के जरिये बचा लिया जाए तो यह पैसा किसानों के खाते में जाएगा. हमें किसानों के नुकसान को बचाने के बारे में सोचना चाहिए.