Paddy Procurement: छत्तीसगढ़ में धान की हुई इस साल रिकॉर्ड सरकारी खरीद, किसानों ने अब तक बेचा 111.75 लाख मीट्रिक टन धान

Paddy Procurement: छत्तीसगढ़ में धान की हुई इस साल रिकॉर्ड सरकारी खरीद, किसानों ने अब तक बेचा 111.75 लाख मीट्रिक टन धान

धान की उपज के मामले में देश का अग्रणी राज्य होने के कारण छत्तीसगढ़ को 'धान का कटोरा' कहा जाता है. राज्य के धान उत्पादक किसानों ने इस बात को सही साबित करते हुए खरीफ सीजन 2023-24 के लिए धान की रिकॉर्ड तोड़ सरकारी खरीद करा दी है. छत्तीसगढ़ में Paddy Procurement के अंतिम दौर में राज्य सरकार ने हाल ही में धान की खरीद में किसानों की सक्रिय भागीदारी के मद्देनजर इस सीजन में लक्ष्य से ज्यादा खरीद होने का भरोसा जताया था.

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Paddy Procurement: छत्तीसगढ़ में धान की हुई इस साल रिकॉर्ड सरकारी खरीद, किसानों ने अब तक बेचा 111.75 लाख मीट्रिक टन धानधान की खरीद में आएगी तेजी. (सांकेतिक फोटो)

हर साल की तरह इस साल भी छत्तीसगढ़ में Minimum Support Price (MSP) पर धान की सरकारी खरीद का दौर 01 नवंबर से शुरू होकर 31 जनवरी तक चलना है. केंद्र सरकार ने चालू खरीफ सीजन के लिए धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2185 रुपये प्रति कुंतल तय किया है. छत्तीसगढ़ सरकार किसानों से 21 कुंतल धान प्रति एकड़ की दर से बोनस के साथ 3100 रुपये प्रति कुंतल की कीमत पर खरीद रही है. बोनस मिलने से उत्साहित किसानों ने इस सीजन में पिछले सालों के रिकॉर्ड तोड़ते  हुए अब तक 111.75 लाख मीट्रिक टन बंपर खरीदी करा दी है. जबकि अभी धान के खरीद सीजन का एक पखवाड़ा बाकी है.

बोनस का कमाल

छत्तीसगढ़ में नवगठित भाजपा सरकार ने चुनाव से पहले किसानों से 3100 रुपये प्रति कुंतल की दर पर धान की खरीद करने का वादा किया था. इसमें किसानों को एमएसपी के रूप में 2185 रुपये प्रति कुंतल की दर से भुगतान करके शेष 915 रुपये प्रति कुंतल की दर से बोनस राशि दी जा रही है. इस प्रकार 3100 रुपये प्रति कुंतल की दर से किसानों को 21 कुंतल धान बेचने पर 65,100 रुपये मिल रहे हैं. यह राशि पिछले साल की तुलना में 25,500 रुपये ज्यादा है. राज्य सरकार ने इस सीजन में 130 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद करने का लक्ष्य तय किया है.

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पिछले साल की खरीद पीछे छूटी

छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक मोदी की गारंटी के तहत 3100 रुपए प्रति कुंतल की कीमत पर किसानों से 21 कुंतल प्रति एकड़ की दर से किसानों ने अपना धान की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री की है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार मंगलवार तक राज्य में धान की खरीद का स्तर 111.75 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया. पिछले साल खरीफ सीजन 2022-23 में राज्य के 23 लाख 42 हजार 50 किसानों से कुल 107.53 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी. इसके एवज में किसानों को करीब 22 हजार 067 करोड़ रुपए का  भुगतान किया गया था. राज्य सरकार ने इस सीजन में खरीद के लिए अभी दो सप्ताह का समय शेष रहने के मद्देनजर अब तक की सबसे ज्यादा खरीद होने का भरोसा जताया है.

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इस साल धान की खरीद में एमएसपी पर अब तक 21 लाख 266 किसानों ने हिस्सा लेकर 111 लाख 75 हजार 247 मीट्रिक टन धान सरकार को बेची है. इसके एवज में किसानों को 23 हजार 448 करोड़ रुपए का भुगतान DBT के माध्यम से किया गया है. सरकार की ओर से बताया गया कि धान की खरीद के समानांतर कस्टम मिलिंग के लिए निरंतर धान का उठाव जारी है. इसके लिए अब तक 92 लाख 5 हजार 247 मीट्रिक टन धान को चावल मिलों में भेजने का आदेश जारी हो चुका है. इसमें से अब तक मिलर्स द्वारा 71 लाख 87 हजार 338 मीट्रिक टन धान काे Rice Mills में भेजा जा चुका है.

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