झारखंड में इस बार खरीफ सीजन की शुरुआत में मॉनसून की बेरुखी के कारण अच्छी बाऱिश नहीं हुई और इसका सबसे अधिक असर धान की खेती पर पड़ा है. राज्य में धान की खेती के लिए निर्धारित लक्ष्य से 50 फीसदी से भी कम क्षेत्र में धान की खेती हो पायी है. सही समय पर बारिश की कमी के कारण राज्य में मात्र 17 लाख 36 हजार 608 हेक्टेयर में ही फसलों का अच्छादन किया गया है. जबकि कुल कृषि योग्य भूमि 28 लाख 27 हजार 460 हेक्टेयर है. अच्छे से खेती नहीं कर पाने के कारण किसान काफी परेशान है. किसानों को परेशानी से राहत दिलाने के लिए राज्य सरकार योजनाएं लेकर आ रही है, जिसका लाभ किसानों को मिलेगा.
सरकार की योजना है कि किसानों को खरीफ सीजन में जो नुकसान हुआ है, उसकी भारपाई रबी में की जाए. इसलिए इस बार किसानों को रबी सीजन के दौरान अधिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार की तरफ से इस साल चना के निःशुल्क बीज का वितरण किया जाएगा. इसके अलावा किसानों को मसूर के भी बीज दिए जाएंगे. हालांकि यह किसानों को मुफ्त में बीज दिए जाने की योजना तब जाकर कारगर साबित होगी जब किसानों तक सही समय पर बीज पहुंच पाएगा. क्योंकि हर बार यह देखा गया है की बुवाई का सीजन खत्म होने के बाद किसानों तक बीज पहुंचता है.
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राज्य में किसानों के बीच निःशुल्क बीज वितरण योजना के तहत 20 हजार हेक्टेयर में सरसों की खेती करने के लिए किसानों के बीच 120000 किलो सरसों बीज का वितरण किया जाएगा. वहीं 1400 हेक्टेयर में चना की खेती करने के लिए 70,000 किलो चना बीज का किसानों के बीच निःशुल्क वितरण किया जाएगा. 500 हेक्टेयर में मसूर की खेती करने के लिए 12500 किलो निःशुल्क बीज का वितरण किया जाएगा. वहीं राज्य में तिलहन की खेती के लिए चयनित 12 जिलों में 1670 हेक्टेयर भूमि में तिलहन की खेती करने के लिए 10,200 किलो बीज का निःशुल्क वितरण किया जाएगा.
गौरतलब है कि राज्य में अक्टूबर महीने की शुरुआत में हुई बारिश के बाद किसानों के चेहरे खिल गए हैं. क्योंकि इस दौरान हुई जोरदार बारिश से कुएं औऱ तालाबों में पानी लबालबा भर गया है. रबी फसल की खेती के दौरान किसानों को इसका फायदा होगा, उन्हें सिंचाई के लिए परेशानियों का सामना नहीं करना होगा. सिंतबर महीने के आखिरी सप्ताह तक इन कुओं और तालाबों में पानी नहीं भरा था, इसलिए किसान चिंतित थे की रबी सीजन में वो अपने फसलों की सिंचाई कैसे कर पाएं पर उनकी चिंता अब दूर हो गई है.
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