पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने 40 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का जिक्र करते हुए किसानों के मुद्दों पर विचार कर उनसे बातचीत करने का आग्रह किया. गुरमीत सिंह खुड्डियां ने शिवराज सिंह चौहान से कहा कि आप खुद भी कई बार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इसलिए आप ऐसे मुद्दों की अच्छी समझ रखते हैं.
खुड्डियां ने केंद्रीय मंत्री से कहा कि राज्यों के प्रति केंद्र की कुछ जिम्मेदारियां होती हैं. आप अपने स्तर पर प्रयास कर किसानों से बातचीत की पहल शुरू कर सकते हैं. खुड्डियां ने शुक्रवार को ही कह दिया था कि वे केंद्रीय कृषि मंत्री से किसानों के बारे में बात करेंगे.
किसान पिछले साल फरवरी महीने से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. इसकी वजह से खनौरी और शंभू बॉर्डर बंद पड़ी है. वहां बड़ी संख्या में किसान टेंट लगाकर मांगों को लेकर प्रदर्शन रहे हैं. आज किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंढेर के आह्वान पर लाखाें की संख्या में किसान खनौरी विरोधस्थल पर पहुंचे. जगजीत सिंह डल्लेवाल ने खनौरी आने के लिए सभी किसानों का शुक्रिया अदा किया और कहा कि कोई दमन करके हमें हरा नहीं सकता है. मुझे पूरा भरोसा है कि हम मोर्चा संभालेंगे और हर गांव से ट्रॉली भर किसान मोर्चे पर पहुंचेंगे.
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वहीं, सरवन सिंह पंढेर ने पंजाब सरकार और केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने डल्लेवाल को जबरन उठाने की कोशिश की तो हमें रोकने के लिए आपको हम पर गोलियां बरसानी पड़ेंगी. किसान नेता ने कहा कि 10 जनवरी को हम किसान विरोधी रुख के लिए मोदी सरकार का पुतला जलाएंगे. किसानों ने खनौरी में बड़ी संख्या में जुटकर शक्ति का प्रदर्शन करते हुए सरकार को चेतावनी दी है.
मालूम हो कि जगजीत सिंह डल्लेवाल 26 नवंबर से अनशन पर बैठे हुए हैं और उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही है. डल्लेवाल उप राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री और यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट को भी पत्र लिखकर अपनी मांगों और अलग-अलग सरकारों के कार्यकाल में किसानों से किए गए वादों को लेकर पत्र लिख चुके हैं. उन्होंने कहा है कि अगर अनशन के दौरान उनकी जान जाती है तो इसके लिए प्रधानमंत्री खुद जिम्मेदार होंगे.
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