हाथरस भगदड़ में दर्जनों लोगों के मरने की आशंका, जानें देश में कब-कब हुईं ऐसी बड़ी घटनाएं

हाथरस भगदड़ में दर्जनों लोगों के मरने की आशंका, जानें देश में कब-कब हुईं ऐसी बड़ी घटनाएं

मंगलवार को हाथरस जिले के एक गांव में एक सत्‍संग में मची भगदड़ में 50 से ज्‍यादा लोगों के मारे जाने की खबरें हैं. बताया जा रहा है कि दुर्घटना में कई लोग घायल हैं.  यह पहली बार नहीं है जब भारत में पिछले कुछ वर्षों में मंदिरों और कुछ और धार्मिक समारोहों में भगदड़ में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है. इससे पहले भी कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं.

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 हाथरस भगदड़ में दर्जनों लोगों के मरने की आशंका, जानें देश में कब-कब हुईं ऐसी बड़ी घटनाएंहाथरस में हुआ दर्दनाक हादसा

मंगलवार को हाथरस जिले के एक गांव में एक सत्‍संग में मची भगदड़ में 50 से ज्‍यादा लोगों के मारे जाने की खबरें हैं. बताया जा रहा है कि दुर्घटना में कई लोग घायल हैं.  यह पहली बार नहीं है जब भारत में पिछले कुछ वर्षों में मंदिरों और कुछ और धार्मिक समारोहों में भगदड़ में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है. इससे पहले भी कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं.  धार्मिक समारोहों में भगदड़ के कारण होने वाली कुछ सबसे बड़ी दुर्घटनाओं में साल 2005 में महाराष्‍ट्र के मंधारदेवी मंदिर में हुई घटना सबसे ऊपर है. उस घटना में 340 से ज्‍यादा श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. जबकि साल 2008 में राजस्थान के चामुंडा देवी मंदिर में मची भगदड़ में कम से कम 250 लोगों की मौत हुई थी. एक नजर डालिए ऐसी ही कुछ घटनाओं की टाइमलाइन पर. 

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कब-कब हुए ऐसे दर्दनाक हादसे 

  •  31 मार्च, 2023: इंदौर शहर के एक मंदिर में रामनवमी के अवसर पर आयोजित 'हवन' कार्यक्रम के दौरान एक पुरानी 'बावड़ी' या कुएं के ऊपर बनी स्लैब के ढह जाने से कम से कम 36 लोगों की मौत. 
  • 1 जनवरी, 2022: जम्मू-कश्मीर में प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए. 
  • 14 जुलाई, 2015: आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी में 'पुष्करम' उत्सव के पहले दिन गोदावरी नदी के तट पर एक प्रमुख स्नान स्थल पर भगदड़ मचने से 27 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए. 
  • 3 अक्टूबर, 2014: दशहरा समारोह समाप्त होने के तुरंत बाद पटना के गांधी मैदान में भगदड़ मचने से 32 लोगों की मौत और 26 घायल. 
  • 13 अक्टूबर, 2013: मध्य प्रदेश के दतिया जिले में रतनगढ़ मंदिर के पास नवरात्रि उत्सव के दौरान भगदड़, 115 लोगों की मौत और 100 से अधिक लोग घायल हुए.  भगदड़ की शुरुआत इस अफवाह के कारण हुई कि जिस नदी के पुल को श्रद्धालु पार कर रहे थे, वह ढहने वाला है.
  • 19 नवंबर, 2012: पटना में गंगा नदी के किनारे अदालत घाट पर छठ पूजा के दौरान एक अस्थायी पुल के ढह जाने से मची भगदड़ में करीब 20 लोग मारे गए और कई और घायल हो गए. 
  • 8 नवंबर, 2011: हरिद्वार में गंगा नदी के किनारे हर-की-पौड़ी घाट पर मची भगदड़ में कम से कम 20 लोग मारे गए. 
  • 14 जनवरी, 2011: केरल के इडुक्की जिले के पुलमेडु में एक जीप के घर जा रहे तीर्थयात्रियों से टकरा जाने से मची भगदड़ में कम से कम 104 सबरीमाला श्रद्धालुओं की मौत और 40 से अधिक घायल हो गए. 
  • 4 मार्च,2010: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में कृपालु महाराज के राम जानकी मंदिर में भगदड़ में करीब 63 लोग मारे गए. घटना उस समय हुई जब लोग बाबा से मुफ्त कपड़े और भोजन लेने के लिए इकट्ठा हुए थे. 
  • 30 सितंबर, 2008: राजस्थान के जोधपुर शहर में चामुंडा देवी मंदिर में बम विस्फोट की अफवाह के कारण मची भगदड़ में करीब 250 श्रद्धालुओं की मौत और 60 से ज्‍यादा घायल. 
  • 3 अगस्त, 2008: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में नैना देवी मंदिर में चट्टान गिरने की अफवाह के कारण मची भगदड़ में 162 लोग मारे गए और 47 घायल हो गए. 
  • 25 जनवरी, 2005: महाराष्‍ट्र के सतारा जिले में मंधारदेवी मंदिर में तीर्थयात्रा के दौरान 340 से ज्‍यादा श्रद्धालु कुचलकर मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए.  यह दुर्घटना तब हुई जब कुछ लोग नारियल तोड़ रहे श्रद्धालुओं द्वारा फिसलन भरी सीढ़ियों पर गिर गए. 
  • 27 अगस्त, 2003: महाराष्ट्र के नासिक जिले में कुंभ मेले में पवित्र स्नान के दौरान मची भगदड़ में 39 लोग मारे गए और करीब 140 घायल हो गए. 
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