
Farmers Protest: संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल पिछले 74 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. वे 26 नवंबर 2024 से सिर्फ पानी पी रहे हैं. उन्होंने सकंल्प लिया है कि जब तक सरकार एमएसपी की कानूनी गारंटी नहीं दे देती है, वे तब तक अन्न ग्रहण नहीं करेंगे. वे एमएसपी कानून समेत 12 मांगों को लेकर अनशन कर रहे है. आज उनका अनशन 75वें दिन में प्रवेश कर गया है. इससे पहले बीते दिन जगजीत सिंह डल्लेवाल का पोता जिगर ज्योत सिंह महीनों बाद उनसे मिलने पहुंचा.
जानकारी के अनुसार, डल्लेवाल कई दिनों के बाद अपने पोते से मिले. इस दौरान उन्होंने पोते को गले लगाया और प्यार-दुलार किया. कुछ समय बाद पोता जिगर उनके बगल में ही सो गया. डल्लेवाल के कैंप से दाेनों की कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं.
मालूम हो कि डल्लेवाल के आमरण अनशन के 54वें दिन 18 जनवरी को केंद्र सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (KMM) को बातचीत का न्योता दिया. दोनों मोर्चों की सरकार के प्रतिनिधियों के साथ 14 फरवरी को चंडीगढ़ में बैठक होगी. वहीं, 12 फरवरी को दोनों मोर्चों के आंदोलन को 1 साल पूरे हो जाएंगे.
आंदोलन को एक साल पूरा होने और केंद्र सरकार के साथ मीटिंग से पहले इन मोर्चाें ने सरकार को दमखम दिखाने के लिए तीन किसान महापंचायतें बुलाई हैं, जिसमें लाखों की संख्या में किसानों को जुटाने की तैयारी की जा रही है, ताकि मांगों को लेकर दबाव बनाया जा सके. मोर्चों ने 11 फरवरी को राजस्थान के रत्नपुरा, 12 फरवरी को खनाैरी बॉर्डर और 13 फरवरी शंभू बॉर्डर पर महापंचायत बुलाई है, जिसकी तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं.
बीते दिन 11 फरवरी को रत्नपुरा मोर्चे पर होने वाली महापंचायत की तैयारी के लिए किसान नेताओं की टीम ने पीर कांवड़ियां, सुरेवाला, नाईवाला, कुलचंद्र, साहरनी, खाराखेड़ा, गुड़िया, तंदुरवाली, बशीर, साबुआना गांवों का दौरा कर के किसानों को महापंचायत में पहुंचने का न्योता दिया.
शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) की पंजाब इकाई के पदाधिकारियों ने किसान मोर्चे पर पहुंचकर आंदोलन को समर्थन दिया. वहीं, शनिवार यानी आज हरियाणा से पवित्र जल यात्रा के तहत तीसरे चरण में 50 से अधिक गांवों का जत्था अपने खेतों के ट्यूबवेलों से जल लेकर दातासिंहवाला-खनौरी किसान मोर्चे पर पहुंचेगा.
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