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अगर नहीं हुई 3 नेताओं की रिहाई तो होगा रेल रोको आंदोलन...प्रदर्शन के 2 महीने पूरे, किसानों ने दिया अल्‍टीमेटम

अगर नहीं हुई 3 नेताओं की रिहाई तो होगा रेल रोको आंदोलन...प्रदर्शन के 2 महीने पूरे, किसानों ने दिया अल्‍टीमेटम

लोकसभा चुनावों दो पहले शुरू हुए किसान आंदोलन को शनिवार को दो महीने पूरे हो गए हैं. 13 फरवरी से इस आंदोलन की शुरुआत हुई थी. दो महीने पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) व किसान मजदूर मोर्चा की तरफ से प्रेस रिलीज जारी कर एक बार फिर केंद्र सरकार को चेतावनी दी गई है. शनिवार को बैसाखी भी थी

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बैसाखी के दिन आंदोलन के 2 महीने पूरे बैसाखी के दिन आंदोलन के 2 महीने पूरे

लोकसभा चुनावों दो पहले शुरू हुए किसान आंदोलन को शनिवार को दो महीने पूरे हो गए हैं. 13 फरवरी से इस आंदोलन की शुरुआत हुई थी. दो महीने पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) व किसान मजदूर मोर्चा की तरफ से प्रेस रिलीज जारी कर एक बार फिर केंद्र सरकार को चेतावनी दी गई है. शनिवार को बैसाखी भी थी और किसानों ने इस मौके पर तय किया है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी यह प्रदर्शन जारी रहेगा. साथ ही अब अगली रणनीति 15 अप्रैल को बनाई जाएगी. 

बीजेपी से किए सवाल 

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) व किसान मजदूर मोर्चा ने कहा, ' बैसाखी के दिन किसान आंदोलन के दो महीने पूरे होने पर किसानों ने अरदास की. साथ ही संकल्प लिया कि जब तक किसानों की मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक आंदोलन मजबूती से जारी रहेगा. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की अपील पर पंजाब-हरियाणा के सभी गांवों में बीजेपी और उनकी सहयोगी पार्टियों के नेताओं से खेती व रोजगार के मुद्दों पर सवाल पूछे जा रहे हैं. लेकिन बीजेपी व सहयोगी पार्टी के नेता किसानों के सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं.' 

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अगर नहीं हुई 3 नेताओं की रिहाई... 

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) व किसान मजदूर मोर्चा  की मानें तो हरियाणा और राजस्थान के कई जिलों में बीजेपी नेताओं के कार्यक्रमों से पहले ही किसानों को बड़ी संख्या में गिरफ्तार किया जा रहा है. किसान नेताओं ने कहा है कि आखिर बीजेपी को किसानों के सवालों से इतना डर क्यों लगता है? उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जो वादे 2014 के चुनाव से पहले किसानों से किये थे वो तमाम वादे अभी भी अधूरे हैं. किसान नेताओं ने कहा है कि अधिकारियों से हुई बातचीत के आधार पर तीन गिरफ्तार किसान नेताओं अनीश खटकड़, नवदीप सिंह, गुरकीरत सिंह की रिहाई 16 अप्रैल तक होनी है. अगर अधिकारियों ने वादा खिलाफी की तो दोनों मोर्चे 17 अप्रैल को रेल रोको आंदोलन करेंगे. 

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प्रशासन पर लगाया आरोप 

किसान नेताओं की मानें तो प्रशासनिक लापरवाहियों के कारण शम्भू बार्डर पर आग लग गई थी. इसमें किसानों की 1 ट्रैक्टर-ट्रॉली और चार  झोपड़ियां जल गई थी. संगठनों ने  प्रशासन से कहा है कि बिजली, पानी, सफाई जैसी सुविधाओं की व्यवस्था अगर नहीं हुई तो फिर किसान कठोर कदम उठाने पर मजबूर होंगे. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) व किसान मजदूर मोर्चा ने कहा है कि 15 अप्रैल को खनौरी बॉर्डर पर दोनों मोर्चों की संयुक्त बैठक कर के आगामी रणनीति बनाई जाएगी.