आजकल लोगों का रुख होम गार्डनिंग की ओर खूब तेजी से बढ़ रहा है. अब लोग अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए ताजे और केमिकल फ्री फल-सब्जियों को खाना पसंद करते हैं. बाजार में मिलने वाले ज्यादातर फल और सब्जियां केमिकल खादों के यूज से उगाई जाती हैं, जिसमें हेल्थ से जुड़े कई हानिकारक चीजें होती है.
इसलिए लोग घर में गार्डनिंग कर खुद से उगाना पसंद करते हैं. कुछ लोगों की शिकायत है कि वो होम गार्डनिंग करना चाहते हैं लेकिन उनके घर पर पौधे सही से ग्रोथ नहीं करते हैं. आपको बता दें शुरुआती समय में ऐसे पौधे लगाएं जो यूजफुल भी हो और आसानी से उग भी जाएं.
टमाटर का यूज लगभग हर घर में हर रोज किया जाता है. वेज हो या नॉनवेज ये हर रसोई में अपना स्वाद बिखेरता है. टमाटर के पौधे बीज और कलम (पौध) दोनों से लग जाते हैं. इन्हें सामान्य देखभाल पर भी लगभग 3 महीने के भीतर तैयार किया जा सकता है.
ऐसा कोई चटपटा और मसालेदार फूड आयटम नहीं है जिसमें मिर्च का इस्तेमाल ना किया जाता हो. मिर्च अपने तीखेपन की वजह से फेमस है. मिर्च को भी बीज और पौध से लगा सकते हैं. इसके उगाने के लिए हल्का पानी, एक बार खाद और प्रतिदिन 8 घंटे की धूप की जरूरत होती है.
हम सब जानते हैं कि पालक एक पत्तेदार साग है. पालक खाने के कई हेल्थ बेनिफिट्स बताए जाते हैं. आपको बता दें पालक सबसे जल्दी तैयार होने वाली साग है. आप बुवाई के 40 दिन बाद ही इसे उपयोग कर सकते हैं. इसे उगाना बेहद आसान है. किसी कंटेनर में मिट्टी और वर्मी कंपोस्ट भरें और बीज छींट दें, नियमित सिंचाई करें, पालक तैयार है.
किसी भी पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए खाद-पानी के अलावा जलवायु भी बहुत मायने रखती है. किसी भी पौधे को रोजाना कम से कम 6-8 घंटे की धूप लगनी जरूरी है. सिंचाई की बात करें तो पौधों को केवल उतना ही पानी दें जितने की उसे जरूरत हो, अधिक पानी ना दें.
सिंचाई से पहले हमेशा मिट्टी को छूकर नमी की जांच करें. जो पौधे तीन महीने में तैयार हो जाते हैं उनके लिए बुवाई के 30-45 दिन बाद एक बार वर्मी कंपोस्ट देने की जरूरत होती है. जिन पौधों को तैयार होने में 4-6 महीने का समय लगता है उन्हें 3-4 बार खाद दें.
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