बेमौसम बरसात के चलते किसानों को देश के कई राज्यों में भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. गुजरात के सूरत में भी बुधवार की सुबह हुई बेमौसम बरसात के चलते किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. खेतों में कटी पड़ी धान की फसल बारिश के चलते भीगकर कर तबाह हो गई है.
किसान अब सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. यहां किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. किसान परेशान हैं और सरकार से आर्थिक मदद की मांग कर रहे हैं. मौसम की मार की यह घटना सूरत के भेसान गांव इलाके की है. यहां से आईं तस्वीरों और वीडियो साफ बताते हैं कि किसानों ने अपनी धान की फसल को काटकर के यहां खुले मैदान में सूखने के लिए रखा था.
किसानों की फसल सूखी तो नहीं बल्कि बेमौसम हुई बरसात के चलते भीग जरूर गई है. अब भीगे धान की फसल को किसान यहां से समेटने में लगे हुए हैं. उनको यह समझ में नहीं आ रहा है कि अब यह धान को किस तरह से मार्केट में बेचने जा सकेंगे. यह हालात सिर्फ एक गांव के नहीं हैं बल्कि सूरत जिला के जिन-जिन इलाकों में बारिश हुई है, वहां फसल का नुकसान हुआ है.
बेमौसम बारिश के चलते हुई फसल की बर्बादी को लेकर किसानों ने अपने दर्द को बयां तो किया ही है. साथ ही साथ उन्होंने सरकार से भी मदद की गुहार लगाई है. वहीं एक किसान ने बताया कि पिछली बार भी उनकी इसी तरह से फसल की बर्बादी हुई थी. मुआवजा लेने के लिए सरकार के नुमाइंदों ने डॉक्यूमेंट भी लिए थे.
लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी कोई मुआवजा नहीं मिला है. ऐसे में इस बार भी सरकार कोई मुआवजा देगी, कहना मुश्किल है. दूसरी ओर, मौसम विभाग ने आगाह किया है कि गुजरात पर साइक्लोन और भारी बारिश का खतरा मंडरा रहा हे. आने वाली 24 से 29 तारीख के बीच साइक्लोन ओर भारी बारिश हो सकती है.
मगर इससे पहले गुजरात के कई इलाके में भारी बारिश टूट पड़ी है. गुजरात के गिर और गिर सोमनाथ जिले में आज कई जगह पर भारी बारिश की वजह से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. जूनागढ़ के सासनगिर के पास भालछेल गांव में किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है.
गुजरात के तलाला ओर गिर सोमनाथ जिले में केसर आम की फसल पर भी बारिश का खौफ देखा गया है. अभी आम का सीजन चल रहा है और इसी वक्त बारिश ने आम की खेती करने वाले किसानों को रुला दिया है. तलाला, ऊना, वेरावल, गिर गढ़ड़ा समेत कई इलाकों में भारी बारिश का कहर देखा गया है.(संजय सिंह राठौर और दिलीपभाई का इनपुट)
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today