खेती के साथ पशुपालन से जुड़े प्रयोग किसान की अतिरिक्त आय का जरिया होते है. लेकिन अब ये प्रयोग केवल जरिया ही नहीं बल्कि तगड़ी कमाई देने वाले फुल टाइम कारोबार बनते जा रहे हैं. अधिकांश लोग डेयरी, पोल्ट्री और गोट फार्मिंग करके अच्छी खासी कमाई से जुड़ रहे हैं.
इसके अलावा मधुमक्खी पालन भी कमाई का अच्छा जरिया बन सकता है. शहद का उत्पादन करने के फायदे तो सब जानते हैं लेकिन मधुमक्खी पालन से जुड़ी बारीकियों के बारे में जानकारी थोड़ा कम है. इस खबर में आपको मधुमक्खी पालन से जुड़ी जानकारी देते हैं.
मधुमक्खी पालन करके शहद निकाला जाता है जिसकी मांग और कीमत अच्छी होती है. अगर आप मधुमक्खी पालन की शुरुआत करना चाहते हैं तो मधुमक्खी का छत्ता लगाना होगा. आइए समझ लेते हैं कि इसकी शुरुआत कैसे करें?
मधुमक्खी पालन करने के लिए साफ-सुथरा स्थान चुनें जहां धूल और प्रदूषण ना हो. वहीं, ध्यान रखें कि जिस स्थान में मधुमक्खी पालन कर रहे हैं वहां धूप और साफ पानी की व्यवस्था होनी चाहिए.
मधुमक्खी पालन के बाद समय-समय पर बॉक्स की सफाई करना जरूरी है. परजीवी और बीमारियों से बचाव के लिए एक्सपर्ट के साथ निरीक्षण करते रहें. ध्यान रखें कि शहद निकालते समय मधुमक्खियों को नुकसान न पहुंचाएं.
मधुमक्खी पालन के लिए घरेलू और ऑनलाइन दोनों तरह की ट्रेनिंग होती है. हम आपको कुछ संस्थानों के नाम बता देते हैं जहां से आप बी कीपिंग यानी की मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण ले सकते हैं.
हौज खास, नई दिल्ली में स्थित नेशनल बी बोर्ड, मधुमक्खी पालन एंड शोध संस्थान (कृषि विश्वविद्यालय हिसार, हरियाणा), केन्द्रीय मधुमक्खी अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान (पुणे, महाराष्ट्र) जैसे कुछ प्रसिद्ध संस्थानों से आप ट्रेनिंग ले सकते हैं.
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