
राजस्थान के धौलपुर जिले का आलू देशभर में बहुत पसंद किया जाता है. पेप्सीको और अन्य चिप्स बनाने वाली कंपनियां धौलपुर के किसानों से आलू खरीदती हैं. किसानों को इससे लाखों रूपए की कमाई हो रही है.

टोड पुरा गांव के युवा किसान ओमपाल सिंह साल में 30 लाख रुपए आलू की खेती से कमाते हैं. इसके अलावा वह सरसों और गेंहू की खेती से 20 लाख रुपए कमाते हैं. उन्होंने पहली बार आलू की खेती करने से पहले धौलपुर उद्यान विभाग के उपनिदेशक डॉ. तनोज चौधरी से जानकारी ली.

ओमपाल सिंह के खेत में पेप्सीको कंपनी ने N-Drip सिस्टम लगाया. यह एक आधुनिक सिंचाई तकनीक है. इसके द्वारा पानी, बिजली और खाद की बचत होती है. साथ ही समय भी बचता है और पैदावार अच्छी होती है. एन-ड्रिप सिस्टम खेत में पानी और उर्वरक का सही उपयोग सुनिश्चित करता है.

धौलपुर पहुंचे इजरायल के शाहर नित्सन और एन-ड्रिप कंपनी के अरविंद स्वामी, देवेंद्र शर्मा और प्रतीक मीरे ने किसान ओमपाल सिंह के खेत में एन-ड्रिप सिस्टम देखा और आलू की फसल के बारे में जानकारी ली.

धौलपुर जिले का सफेद आलू दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद, सूरत और कोलकाता जैसी बड़ी मंडियों में भेजा जाता है. जिन किसानों का पेप्सीको और अन्य कंपनियों के साथ अनुबंध है, वे सीधे अपनी फसल कंपनियों को बेचते हैं.

राजस्थान सरकार ने धौलपुर के आलू को पंच गौरव योजना में शामिल किया है. सरकार किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज, प्रशिक्षण और आधुनिक तकनीक सिखाकर उनकी पैदावार बढ़ा रही है. इससे किसानों को अधिक लाभ और रोजगार के अवसर मिल रहे हैं.

सत्र 2022-23 में 6,366 हेक्टेयर में आलू की बुवाई हुई और पैदावार 1,26,110 टन हुई. सत्र 2023-24 में 5,521 हेक्टेयर में बुवाई हुई और पैदावार 1,09,370 टन हुई. जिले में 35 कोल्ड स्टोरेज हैं, जहां आलू रखा जाता है.

एन-ड्रिप सिस्टम और पंच गौरव योजना से किसानों को अपनी फसल में ज्यादा लाभ हो रहा है. साथ ही यह योजना जिले के विकास में भी मदद कर रही है. किसान नई तकनीक सीखकर अपने खेतों की पैदावार बढ़ा रहे हैं और समृद्धि की ओर बढ़ रहे हैं. (उमेश मिश्रा का इनपुट)
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