अगर आपसे पूछा जाए कि सबसे शक्तिशाली साग कौन है तो अधिकांश लोग इसका जवाब अपने स्वाद के हिसाब देंगे. किसी को पालक का साग बेस्ट लगता है, तो किसी को सरसों का साग. लेकिन विज्ञान की दृष्टि से देखें तो यह रिसर्च में प्रमाणित हो चुका है कि चने का साग सर्वश्रेष्ठ है.
चने के साग में पोषक तत्वों का खजाना छुपा है. चने के साग में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम और कई तरह के विटामिन्स पाए जाते हैं. जो हर तरह की क्रोनिक बीमारियों से शरीर की रक्षा करता है.
अगर आप चने के साग को बाजरे की रोटियों के साथ सेवन कर रहे हैं तो यह सोने में सुहागा है. चने का साग सभी सागों में सबसे ज्यादा पावरफुल है. इसे लेकर रिसर्च भी हो चुकी है. इस रिसर्च में पोषक तत्वों के मामले में चने के साग बेहतर है.
चने का साग पालक, सरसों, मेथी के साग की तुलना में कई गुना ज्यादा पावरफुल है. इसके अलावा चने का साग अन्य साग की तुलना में ज्यादा स्वादिष्ट भी है. वहीं इसे खाने से तीन प्रमुख क्रोनिक बीमारियां, डायबिटीज, हार्ट डिजीज और मोटापा जैसी समस्याओं में कमी आती है.
स्टडी में यहां तक कहा गया है कि चने के साग में इतने तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं कि अगर इसका सेवन गरीबी और कुपोषण वाले इलाके में किया जाए तो कुपोषण की समस्या का हल हो सकता है यानी कुपोषण की मात्रा में कमी आ सकती है.
चने के पत्ते में कई तरह के माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो बीपी को कंट्रोल करने, पाचन तंत्र मजबूत करने, स्किन के लिए फायदेमंद और आंखों के लिए फायदेमंद माना जाता है.
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