सोनीपत के मुरथल में स्थित दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के तीन छात्र-छात्राओं ने विज्ञान की सहायता से कृषि के क्षेत्र में एक और मुकाम हासिल करने में सफलता पाई है.
विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले वंश, तरुण और सुहाना नाम के छात्रों ने एक ऐसा ड्रोन बनाया है, जो कि भविष्य में कृषि के क्षेत्र में बड़ा लाभकारी साबित होगा जिस पर अभी भी विश्वविद्यालय के तीनों छात्र लगातार कम कर रहे हैं.
इसकी तकनीक को और बेहतर बनाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन भी इनका साथ दे रहा है. इस ड्रोन से कृषि के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने की उम्मीद जताई जा रही है. यह ड्रोन रोबोटिक तकनीक पर काम करेगा. फसलों के खराब होने और पेड़ों के पत्ते क्यों खराब हो रहे हैं, इसका समाधान निकालेगा.
फसलों के खराब होने और पेड़ों के पत्ते क्यों खराब हो रहे हैं. इस पर अपने आप गहन चिंतन करेगा और बाद में एक डाटा तैयार करेगा जिससे किसान को फसल खराबी और पेड़ों के पत्तों में क्या कमी है. ये भी बताएगा.
विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रकाश सिंह भी छात्रों की मेहनत की तारीफ कर रहे हैं और इस ड्रोन को और भी अच्छे से तैयार करने के लिए बजट में इजाफा किया गया है. वाइस चांसलर का कहना है कि इससे कृषि के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुडेगा और किसानों अपनी फसलों को खराब होने से बचा लेगा.
इस ड्रोन को बनाने वाले छात्र तरुण और वंश का कहना है कि कृषि के क्षेत्र में काम करने के लिए हमने एक ऐसा ड्रोन बनाया है जो कि कम लागत में तैयार होगा. आजकल मार्केट में लाखों रुपये से ज्यादा का ड्रोन मिल रहा है जोकि किसान की पहुंच से बाहर है.
खर्च को देखते हुए हमने एक ऐसा ड्रोन तैयार किया है जो कि केवल 20 हजार रुपये से पांच हजार रुपये में तैयार किया जा सकता है. छात्रों का कहना है उन्होंने जो ड्रोन बनाया है. उसको बनाने में लगभग 20000 रुपये की राशि खर्च हुई है.
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