आज के दौर में खेतों में उत्पादन बढ़ाने के लिए किसान रासायनिक उर्रवरकों का बेताहाशा इस्तेमाल करते हैं. इसके कारण सब्जियों और फसलों पर इसका खराब असर होता है. मिट्टी और पानी भी इससे प्रभावित होती है. ऐसे में वर्मीवाश किसानों के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. रासायनिक खादों के विकल्प के तौर पर वर्मी कंपोस्ट से वर्मीवाश तैयार किया जाता है. इसे किसान कम लागत में तैयार कर सकते हैं. इसके साथ ही इसका इस्तेमाल करने से यह पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाता है. इसके इस्तेमाल से किसान क्वालिटी की उपज हासिल कर सकते हैं. फसलों और सब्जियों में कीटनाशक और रोगनाशक के तौर पर भी वर्मीवाश का इस्तेमाल किया जा सकता है.
इसके उपयोग से 10-15 फीसदी तक उत्पादन बढ़ जाता है. साथ ही उपज पर किसी प्रकार का दु्ष्प्रभाव नहीं पड़ता है. इसलिए कृषि में वर्मीवाश का उपयोग करना काफी लाभकारी माना गया है. वर्मीवाश एक भूरे रंग का लिक्विड जैव उर्वरक है. इसका उत्पादन केंचुआ खाद निर्माण के दौरान या अलग से भी किया जा सकता है. वर्मीवाश में केंचुआ द्वारा छोड़ा गया हार्मोन, पोषक तत्व और एंजाइम होता है. इसमें घुलमशील नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश मुख्य पोषक तत्व होते हैं. इसका कोई भी अवशेष मिट्टी के लिए हानिकारक नहीं होता है.
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