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अब किसानों के साथ भी होने लगा PAN का फ्रॉड, बचने के लिए तुरंत करें ये उपाय

अब किसानों के साथ भी होने लगा PAN का फ्रॉड, बचने के लिए तुरंत करें ये उपाय

यह कोई पहली घटना नहीं है जहां पैन के दुरुपयोग का मामला सामने आया है. इससे पहले भी पूरे भारत से ऐसे मामले सामने आते रहे हैं. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की उषा सोनी का था जिन्हें उनकी मृत्यु के एक दशक बाद 7.5 करोड़ रुपये का आयकर नोटिस जारी किया गया था.

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पैन कार्ड फ्रॉड पैन कार्ड फ्रॉड

पैन नंबर के जरिए अब फ्रॉड धड़ल्ले से हो रहा है. कोई भी व्यक्ति आसानी से शिकार बनाया जा सकता है. इसमें सबसे आसान तरीके से किसान, वरिष्ठ नागरिक, मृतक और छात्र शिकार बनाए जा रहे हैं. यह मामला तब सामने आया जब मुंबई कि एक महिला ने अपने पैन के कथित दुरुपयोग के लिए आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (आईटीएटी) स्तर तक मुकदमा करना पड़ा. इस घटना में एक आयकर अधिकारी ने पाया था कि उस महिला ने 2010-11 में 1.3 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति बेची थी और इसे अपनी कमाई के रूप में बताया था. हालांकि अशिक्षित और कैंसर रोगी होने के कारण महिला ने आयकर नोटिस का जवाब नहीं दिया. इसके बाद सुनवाई के दौरान महिला के वकील ने कहा कि संपत्ति पंजीकरण में उसके पैन का दुरुपयोग किया गया था. 

हालांकि यह कोई पहली घटना नहीं है जहां पर पैन के दुरुपयोग का मामला सामने आया है. इससे पहले भी पूरे भारत से ऐसे मामले सामने आते रहे हैं. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की उषा सोनी का था जिन्हें उनकी मृत्यु के एक दशक बाद 7.5 करोड़ रुपये का आयकर नोटिस जारी किया गया था. ऐसा ही मामला राजस्थान का था जहां एक छोटे दुकानदार नंद लाल ने 12.2 करोड़ रुपये का आयकर नोटिस मिलने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. इस तरह से सभी वर्ग के लोग पैन धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं. इससे उन्हें नुकसान तो होता है, साथ ही परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है. 

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पैन फ्रॉड से कैसे बचें

इन परेशानियों और नुकसान से बचने के लिए हमें यह जानना चाहिए कि इससे बचाव का तरीका क्या है और इससे कैसे बच सकते हैं. पैन की धोखाधड़ी से बचने के लिए सबसे पहला उपाय तो हमें यह करना चाहिए कि हमें किसी को भी अपने पैन की जानकारी देने से बचना चाहिए. जहां पर सरकार के दिशानिर्देशों के अनुरुप पैन का इस्तेमाल करना जरूरी है, वहीं पर पैन की जानकारी साझा करनी चाहिए. 'टाइम्स ऑफ इंडिया' की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में पैन डेटाबेस में 70 करोड़ से अधिक लोग हैं. इसको आधार से जोड़ा गया था ताकि इसके दुरुपयोग से बचाया जा सके. 

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हमेशा चेक करें अपना एआईएस

अगर आपको पैन के दुरुपयोग का संदेह हो तो तुरंत पुलिस में जाकर शिकायत कर सकते हैं. पैन फ्रॉड से बचने के लिए प्रत्येक करदाता को हर कुछ हफ्तों में अपनी वार्षिक सूचना विवरण (AIS) की जांच करनी चाहिए. इसमें बैंक ब्याज, लाभांश  प्रतिभूतियों की खरीद और बिक्री लेनदेन, या अचल संपत्ति के बारे में देखना चाहिए. जैसे ही एआईएस में कुछ गलत एंट्री मिलती है तो तुरंत एआईएस सिस्टम में ही रिस्पॉंड करें और गलत एंट्री को दर्शाएं. इसके साथ ही पुलिस में भी एफआईआर दर्ज करें क्योंकि पुलिस शिकायत भी बाद में काफी मदद करती है. साथ ही अगर किसी पैन धारक की मौत हो जाती है तो आयकर विभाग के पास जाकर मौत की सूचना देनी चाहिए. पैन कार्ड के साथ मृत्यु प्रमाण पत्र की कॉपी भी जमा करनी होंगी.