scorecardresearch
35 लाख रुपये की चीनी खा गए बंदर और मंत्री को पता नहीं! यूपी में सामने आई ये बड़ी खबर

35 लाख रुपये की चीनी खा गए बंदर और मंत्री को पता नहीं! यूपी में सामने आई ये बड़ी खबर

चीनीखोर बंदरों की रिपोर्ट में लिखा गया कि अलीगढ़ की कोऑपरेटिव शुगर मिल्स का स्टॉक 1 अप्रैल से 28 अक्टूबर 2023 तक अप-टू-डेट था. फरवरी 2024 में यह स्टॉक 15.38.37 क्विंटल था जो मार्च में घटकर 401.37 क्विंटल पर आ गया. ऑडिट रिपोर्ट में लिखा गया कि बंदरों के खाने और बारिश की चपेट में 1137 क्विंटल चीनी गायब हो गई.

advertisement
यूपी में चीनी मिल की सामने आई चौंकाने वाली जानकारी यूपी में चीनी मिल की सामने आई चौंकाने वाली जानकारी

आपने एक खबर देखी-सुनी होगी जिसमें यूपी के एक थाने में शराब की कई बोतलें चूहे पी गए. ऐसा पुलिस ने बताया था. अब इससे भी बड़ी चौंकाने वाली खबर यूपी के ही अलीगढ़ से आई है जिसमें बंदर लाखों रुपये की चीनी खा गए हैं. घटना अलीगढ़ के कोऑपरेटिव शुगर मिल्स लिमिटेड से जुड़ी है. खबर है कि इस मिल में बंदरों ने 35 लाख रुपये की चीनी की चपत लगा दी. इससे भी बड़ी चौंकाने वाली बात ये है कि जब इस सनसनीखेज घटना के बारे में प्रदेश के चीनी मंत्री से सवाल पूछा गया तो वे अनजान दिखाए दिए. मंत्री ने कहा कि उनके संज्ञान में ऐसी कोई खबर नहीं है. वे पता करेंगे, फिर इत्तला करेंगे.

चलिए पहले पूरा मामला जान लेते हैं. अलीगढ़ की चीनी मिल और बंदरों के इसे खाने का मामला एक ऑडिट रिपोर्ट में सामने आया. यह रिपोर्ट कोऑपरेटिव सोसायटी ने जारी की है. रिपोर्ट लिखने वाले अधिकारियों ने बताया है कि मिल की चीनी बंदर खा गए हैं. मामला चौंकाने वाला है, इसलिए इस पर हो-हल्ला भी बहुत हुआ. बाद में सीनियर अधिकारियों ने कहा कि जितने रुपये की चीनी बंदर खा गए हैं, उतने रुपये घटना से जुड़े अधिकारियों से वसूले जाएंगे.

क्या है पूरा मामला?

चीनीखोर बंदरों की रिपोर्ट में लिखा गया कि अलीगढ़ की कोऑपरेटिव शुगर मिल्स का स्टॉक 1 अप्रैल से 28 अक्टूबर 2023 तक अप-टू-डेट था. फरवरी 2024 में यह स्टॉक 15.38.37 क्विंटल था जो मार्च में घटकर 401.37 क्विंटल पर आ गया. ऑडिट रिपोर्ट में लिखा गया कि बंदरों के खाने और बारिश की चपेट में 1137 क्विंटल चीनी गायब हो गई. इसके अलावा मार्च का स्टॉक कुछ भी नहीं बचा. इस पर कार्रवाई की गई और मिल के मैनेजर, मुनिब सहित 6 लोगों को स्टॉक गायब होने का जिम्मेदार माना गया. 

ये भी पढ़ें: Sugarcane Farming: अच्छी मॉनसूनी बारिश गन्ना किसानों के लिए फायदेमंद, चीनी उत्पादन में बढ़ोत्तरी का अनुमान

सीनियर अधिकारियों की मानें तो जितने रुपये की चीनी गायब हुई है, उस राशि को जिम्मेदार लोगों से वसूला जाएगा. इस रिपोर्ट को बाद में गन्ना आयुक्त के पास भेज दिया गया. हालांकि अब तक इस बारे में कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है कि बंदरों के खाए चीनी के पैसे की भरपाई हुई या नहीं. बुधवार को अलीगढ़ पहुंचे कैबिनेट मंत्री ने मीडिया ने इस बाबत सवाल पूछा तो उनका जवाब ना में था. अव्वल तो उन्होंने इस पूरी घटना पर हैरानी जता दी और बाद में यहां तक कह दिया कि उनके संज्ञान में ऐसी कोई बात नहीं है.

प्रदेश के गन्ना चीनी मिल मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण को बताया गया कि चीनी घोटाले में दो कर्मचारी बर्खास्त किए जा चुके हैं. साथ ही थाना जवां में इस बाबत एक एफआईआर दर्ज हो चुकी है. इतनी कार्रवाई के बाद भी कैबिनेट मंत्री को घोटाले की जानकारी नहीं. इस पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि वे इस पूरे मामले की जानकारी लेंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.