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ओडिशा में धान खरीद को लेकर सियासी जंग शुरू, बीजेपी ने बीजेडी पर लगाए गंभीर आरोप

ओडिशा में धान खरीद को लेकर सियासी जंग शुरू, बीजेपी ने बीजेडी पर लगाए गंभीर आरोप

ओडिशा बीजेपी के अध्यक्ष मनमोहन सामल ने बीजेडी सरकार पर धान की खरीद में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में धान खरीद में भारी अनिमितता बरती गई है. यह आरोप लोकसभा चुनावों के बीच लगाया गया है.

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ओडिशा बीजेपी (सांकेतिक तस्वीर) ओडिशा बीजेपी (सांकेतिक तस्वीर)

देश में गर्मी के साथ-साथ चुनाव का मौसम चल रहा है. इस बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है. ओडिशा में भी चुनाव प्रचार जोरों पर है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) और बीजू जनता दल (BJD) के बीच सियासी जंग तेज हो गई है. राज्य में धान खरीद को लेकर बीजेपी ने राज्य की सत्तारूढ़ बीजेडी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बीजेपी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ओडिशा में कृषि और किसानों के जीवन का विकास करने में पूरी तरह विफल रही है. साथ ही बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य की बीजेडी सरकार अपने चुनावी घोषणापत्र से केवल प्रचार कर रही है. 

ओडिशा बीजेपी के अध्यक्ष मनमोहन सामल ने बीजेडी सरकार पर धान की खरीद में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में धान खरीद में भारी अनिमितता बरती गई है. बीजेपी ने बीजेडी के घोषणापत्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी ने अपने घोषणापत्र में किसानों के लिए सिंचाई सुविधा देने का वादा किया था लेकिन अभी तक वो सुविधाएं किसानों को नहीं मिली हैं. अभी भी ओडिशा में केवल 17 प्रतिशत भूमि में सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध हैं. कृषि आधारित उद्योग बंद हो गए हैं. साथ ही कहा कि सरकार केवल झूठे वादे करके प्रचार कर रही है.

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कालिया योजना पर सवाल

ओडिशा सरकार की महत्वाकांक्षी कालिया योजना पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना के लाभार्थियों को अभी तक राज्य सरकार के दिए वादे के अनुसार राशि नहीं मिली है. इसके साथ ही कहा कि राज्य सरकार ने आलू और प्याज मिशन पर 200 करोड़ रुपये खर्च किए पर यह मिशन पूरी तरह से विफल रहा क्योंकि सरकार के पास इस योजना को लागू करने की इच्छा शक्ति नहीं थी. बीजेपी नेता ने कहा कि राज्य में किसानों को उनकी धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं मिल रहा है. मिल मालिकों और बिचौलियों द्वारा किसानों का शोषण किया जा रहा है. 

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बीजेडी ने दिया जवाब

यह दावा करते हुए कि बीजेपी सरकार किसान हितैषी होगी, सामल ने कहा कि धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 3,100 रुपये प्रति क्विंटल तय किया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसानों को भुगतान में कोई देरी नहीं होगी और उन्हें 48 घंटों में उनके बैंक खातों में पैसा मिल जाएगा. साथ कहा कि किसानों से कोई 'कटनी और छंटनी' नहीं की जाएगी. इसके अलावा सिंचाई सुविधाएं देने के लिए काम किया जाएगा. वहीं बीजेपी के आरापों पर जवाब देते हुए बीजेडी के वरिष्ठ नेता सस्मित पात्रा ने राज्य बीजेपी प्रमुख पर मगरमच्छ के आंसू बहाने का आरोप लगाया. साथ ही पूछा कि अगर बीजेपी को राज्य के किसानों की इतनी ही चिंता थी और एमएसपी में बढ़ोतरी चाहती थी तो पिछले सात साल से कहां थी.