किसान राशन दुकानों के माध्यम से क्यों कर रहे हैं गन्ना बांटने की मांग?

किसान राशन दुकानों के माध्यम से क्यों कर रहे हैं गन्ना बांटने की मांग?

तमिलनाडु के गन्ना किसानों ने मांग की है कि राज्य सरकार सीधे किसानों से गन्ना खरीद कर पोंगल के दौरान राशन की दुकानों के माध्यम से वितरित करे.

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किसान राशन दुकानों के माध्यम से क्यों कर रहे हैं गन्ना बांटने की मांग?तमिलनाडु के किसानों ने सरकार से राशन की दुकानों के माध्यम से गन्ना वितरित करने की मांग की

तमिलनाडु के गन्ना किसानों ने मांग की है कि राज्य सरकार सीधे किसानों से गन्ना खरीद कर पोंगल के दौरान राशन की दुकानों के माध्यम से वितरित करे. खबरों के मुताबिक उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले वर्षों के दौरान राशन की दुकानों के माध्यम से गन्ना वितरित किया था और यदि इस सीजन में इसे वितरित किया जाता है, तो इससे किसानों को बहुत लाभ होगा.

किसानों ने अपनी मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए 27 दिसंबर को सचिवालय के सामने धरना प्रदर्शन की घोषणा की है. गौरतलब है कि राज्य का सबसे बड़ा फसल उत्सव पोंगल 15 से 18 जनवरी के बीच मनाया जा रहा है.

किसानों की आमदनी में हुई वृद्धि

खबरों के मुताबिक, तमिलनाडु किसान संरक्षण संघ के अध्यक्ष आर. शनमुगसुंदरम ने कहा है कि सरकार ने पोंगल त्योहार के लिए राशन की दुकानों के माध्यम से वितरण के लिए पिछले वर्ष के दौरान सरकार ने भारी मात्रा में गन्ने की खरीद की थी. इससे किसानों को काफी मदद मिली है क्योंकि किसानों की आमदनी में वृद्धि हुई है.

किसानों का कर्ज बढ़ जाएगा 

उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी तक यह घोषणा नहीं की है कि इस साल पोंगल उपहार पैकेट के माध्यम से वितरण के लिए गन्ना खरीदा जाएगा या नहीं. किसान संघ के नेता ने कहा कि किसानों ने गन्ने की खेती करने के लिए प्रति एकड़ लगभग 2 लाख रुपये खर्च किए हैं और अगर सरकार खरीद नहीं कर रही है, तो इससे किसानों की हालत खराब हो जाएगी, क्योंकि कर्ज बढ़ना शुरू हो जाएगा.

वही तमिलनाडु के गन्ना किसानों ने राज्य सरकार से राज्य भर से गन्ना खरीदने की मांग की है. उनका कहना है कि इसे केवल कुछ क्षेत्रों से ही नहीं खरीदा जाए, क्योंकि इससे केवल उस क्षेत्र के किसानों को लाभ होगा.

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