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क‍िसान महापंचायत: SKM प्रतिनिधिमंडल और कृषि मंत्री के बीच इन मुद्दों पर हुई चर्चा

क‍िसान महापंचायत: SKM प्रतिनिधिमंडल और कृषि मंत्री के बीच इन मुद्दों पर हुई चर्चा

दिल्ली के रामलीला मैदान में संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने आज ‘किसान महापंचायत’ का आयोजन किया. ‘किसान महापंचायत’ विभिन्न मांगों को लेकर आयोजित की गई थी. संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल में शामिल होकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिलने पहुंचे जय किसान आंदोलन के अध्यक्ष अविक साहा ने ‘किसान तक’ से आज विशेष बातचीत की. आइए जानते हैं मुलाकात को लेकर उन्होंने क्या कुछ कहा-

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किसान नेता अविक साहा किसान नेता अविक साहा

दिल्ली के रामलीला मैदान में संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को ‘किसान महापंचायत’ का आयोजन किया. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के बैनर तले आयोजित इस ‘किसान महापंचायत’ में देश के कई राज्यों के किसान शामिल हुए. कुछ किसान तो रविवार रात को ही रामलीला मैदान में पहुंच चुके थे. यह ‘किसान महापंचायत’ विभिन्न मांगों को लेकर आयोजित की गई थी. वहीं किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी मांगों को लेकर दोपहर 12.30 बजे केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिलने पहुंचा था, जिसमें किसान नेता अविक साहा भी शामिल थे. उन्होंने ‘किसान तक’ से हुई बातचीत में बताया क‍ि प्रत‍िन‍िध‍िमंडल और क‍ृष‍ि मंत्री के बीच क‍िन व‍िषयों पर बातचीत हुई. 

क‍िसान तक के बातचीत में अविक साहा ने कहा क‍ि कृषि‍ मंत्री से सरकार द्वारा गठ‍ित एमएसपी कमेटी को लेकर बात हुई है. साहा ने कहा क‍ि कृष‍ि मंत्री ने कहा क‍ि हमने ये नहीं कहा कि एमएसपी की गारंटी का कानून बनाने के लिए कमेटी बनाएंगे. फिर हमने उनको उनकी लिखी हुई चिट्ठी पढ़कर सुना दी, जि‍समें लिखा है कि एमएसपी सुनिश्चित करने के लिए कमेटी बनेगी. साहा ने कहा हमने उनसे कहा कि आपको जैविक खेती करने केे ल‍िए कमेटी बनानी है, बेशक बनाइए, हम भी उसमें जुड़ेंगे, बहुत खुशी की बात है. लेकिन एक कमेटी से एमएसपी किसानों को कैसे दिलाई जाएं अर्थात गारंटी का कानून बनाने का कष्ट करें. हम उसमें जुड़ना चाहते हैं.  

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क‍िसान तक से बातचीत में अव‍िक साहा ने आगे कहा क‍ि बिजली बिल को लेकर कृषि मंत्री ने हमसे कहा है कि जो सब्सिडी वाला सेक्शन था, किसानों को पहले बिल देना पड़ेगा फिर डीबीटी के माध्यम से सब्सिडी आएगी. वो प्रावधान बिजली बिल से हटा दिया गया है. इसलिए बिजली बिल को लेकर सरकार की संयुक्त किसान मोर्चा से चर्चा करने की जो आश्वासन थी उसकी जरूरत नहीं पड़ी है.

क‍िसान तक से संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के प्रतिनिधि मंडल में शामिल होकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिलने पहुंचे जय किसान आंदोलन के अध्यक्ष अविक साहा ने ‘किसान तक’ से बातचीत में भ‍व‍िष्य के आंदोलन की रूपरेखा के बारे में कहा क‍ि भविष्य की रूप रेखा ऐसी है कि हम अभी देशभर में यात्राएं निकाल रहे हैं, देशभर में संगोष्ठी सम्मेलन कर रहे हैं और 30 अप्रैल को एक बार फिर दिल्ली में बड़ी बैठक करके आगे की रणनीति की घोषणा करेंगे. 

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उन्होंने आगे कहा क‍ि हम उम्मीद करते हैं तब तक सरकार समझदारी के साथ हमारे मांगों पर रिएक्ट करेगी. हमने उन्हें जरूर कहा है कि आप तो लिखित में लेते हैं, लेकिन लिखित में देने का बहुत कम रुचि है तो हमें थोड़ा लिखित में भी बताइए, क्योंकि हमें लाखों करोड़ों किसानों से हमको बात करना पड़ता है.”

क्या कृषि मंत्रालय से आपको लिखित में आश्वासन आज भी मिला है, सवाल के जवाब में किसान नेता अविक साहा ने कहा, नहीं, हमें दिसंबर 2021 में लिखित में मिला था. आज के बैठक में कुछ भी लिखित नहीं था और हम लिखित उम्मीद भी नहीं करते थे. आज हम अपनी मांग पत्र उनको देने गए थे. अब उनको पढ़ना पड़ेगा, समझना पड़ेगा और हम उम्मीद करते हैं कि लिखित में कम से कम मीटिंग के लिए बुलाएंगे.

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क्या आप लोगों के लिए सरकार की ओर से कोई घोषित या अघोषित अल्टीमेटम है, सवाल के जवाब में किसान नेता अविक साहा ने कहा, “नहीं, हमारा अल्टीमेटम यही है कि हमको आंदोलन बढ़ाना पड़ेगा और जगह-जगह फैलाना पड़ेगा और दिल्ली बार-बार आना पड़ेगा. हम उम्मीद ये करते हैं कि सरकार किसानों को खेत-खलिहान में छोड़ दे और आंदोलन के लिए दिल्ली न भगाए.”