दिल्ली में यमुना ने साल 1978 के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. वहीं यमुना में पानी बढ़ने की वजह से तटवर्तीय इलाकों में पानी घुस गया है. दिल्ली के निचली इलाकों समेत नोएडा में बाढ़ जैसे हालात दिख रहे हैं. वहीं बाढ़ जैसे हालात में आमजन के साथ मवेशी भी परेशान हैं. क्योंकि, कई गौशालाओं में पानी घुस गया है और जलजमाव की स्थिति हो गई है. इसके मद्देनजर बचाव कार्यों के लिए कई आपदा बचाव टीमें तैनात की गई हैं, और ये टीमें आमजन के साथ मवेशियों को भी बचा रही हैं. इसी क्रम में एनडीआरएफ की 8वीं बटालियन ने एक ऐसे नंदी को नोएडा में बचाया है जिसकी कीमत एक BMW X5 से भी ज्यादा है.
दरअसल, उफनती हुई यमुना के बाढ़ के पानी के कारण नोएडा में फंसे 'प्रीतम' वंश के एक नंदी को एनडीआरएफ की 8वीं बटालियन ने बचाया है, जिसकी कीमत लगभग एक करोड़ रुपए है. ऐसे में आइए इस खबर के बारे में विस्तार से जानते हैं-
मवेशियों और बकरियों को बचाने वाली टीम की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करते हुए, गाजियाबाद में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 8वीं बटालियन ने ट्वीट किया, "टीम @8Ndrf गाजियाबाद ने 1 करोड़ की कीमत वाले भारत के नंबर 1 नंदी "प्रीतम" सहित 3 मवेशियों को नोएडा में बचाया है. एनडीआरएफ की टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों की जान बचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं.”
#आपदासेवासदैवसर्वत्र
— 8th BN NDRF (@8NdrfGhaziabad) July 15, 2023
Team @8NdrfGhaziabad has rescued 3 cattles including India's No.1 Bull "PRITAM" costing 1 Cr. from Noida. NDRF teams are working hard to save lives in flood affected areas.#animalrescue @ndmaindia @NDRFHQ @noida_authority @HMOIndia @PIBHomeAffairs pic.twitter.com/MdMRikYFVz
टीम द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में से एक में दो भैंसों को दिखाया गया है, जिनके शरीर के चारों ओर रिंग बॉय हैं, जिन्हें एक नाव के दोनों ओर कर्मियों द्वारा पकड़ लिया जाता है, क्योंकि यह बाढ़ के पानी के माध्यम से अपना रास्ता बना रही हैं.
#आपदासेवासदैवसर्वत्र#animalrescue @8NdrfGhaziabad
— 8th BN NDRF (@8NdrfGhaziabad) July 15, 2023
एनडीआरएफ की तात्कालिक तकनीकों के प्रयोग से लाइफ बॉय बनी बेजुबानों की मददगार..@ANI @ndmaindia @NDRFHQ @PIBHomeAffairs @PMOIndia pic.twitter.com/msSkqDEKr0
गौरतलब है कि नोएडा में यमुना नदी के किनारे लगभग 550 हेक्टेयर भूमि जलमग्न हो गई है, जिससे 5,000 से ज्यादा लोग विस्थापित हो गए हैं और आठ गांव प्रभावित हुए हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुत्तों, खरगोशों, बत्तखों, मुर्गा और गिनी सूअरों सहित लगभग 6,000 जानवरों को भी गुरुवार से जलमग्न क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. वहीं इस साल 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ने वाली यमुना नदी का जलस्तर घटकर 207.68 मीटर पर आ गया है, जो अभी भी खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर है.
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