दिल्ली में G20 समिट का आयोजन होने जा रहा है. इस अवसर पर दिल्ली में दुनिया की कई बड़ी हस्तियां पधार रही हैं. इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति के अलावा फ्रांस, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, जापान जैसे देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी दिल्ली आ रहे हैं. इन नेताओं के साथ उनकी पत्नियां भी आएंगी जिन्हें प्रथम महिला या फर्स्ट लेडी कहा जाता है. इन सभी बैठकों और चर्चाओं के बीच इन फर्स्ट लेडी के लिए दिल्ली स्थित आईसीएआर, पूसा में एक खास प्रोग्राम आयोजित किया गया है. इस प्रोग्राम की कई विशेष बातें हैं. जैसे फर्स्ट लेडी का स्वागत देश देश की कई महिला किसान करेंगी. इसके लिए पूसा में एक कृषि प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है. इन खास मेहमानों के स्वागत में पूसा में भोज का भी आयोजन है जिसमें मिलेट्स की रेसिपी बनाई जाएगी.
दिल्ली आने वाली सभी फर्स्ट लेडी ICAR पूसा में भारत की खेती की विरासत के बारे में समझ सकेंगी. कृषि प्रदर्शनी देखने के बाद ये सभी खास मेहमान पूसा में ही भोजन करेंगे जिनके लिए देश के टॉप शेफ खाना बनाएंगे.
ये भी पढ़ें: Kisan Tak Summit: मिलेट्स की खेती में नंबर वन छत्तीसगढ़, सरकार के सलाहकार ने दी पूरी जानकारी
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा सहित अधिकांश G20 नेताओं ने पहले ही समिट में आने की पुष्टि कर दी है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इन राष्ट्राध्यक्षों की पत्नियों की सुरक्षा अर्धसैनिक बल - सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के विशेष रूप से प्रशिक्षित पुरुष और महिला कमांडो करेंगे.
फर्स्ट लेडी को आईसीएआर, पूसा का दौरा करने के लिए स्पेशल आमंत्रण भेजा गया है. इसकी तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं. प्रदर्शनी में घूमने के बाद इन खास मेहमानों को मिलेट्स से बनी रेसिपी खिलाई जाएगी. ये रेसिपी देश के सेलिब्रिटी शेफ करेंगे. इन शेफ में कुणाल कपूर, अजय चोपड़ा और अनहिता ढॉन्ढी शामिल हैं. इनके साथ आईटीसी के दो एक्सपर्ट कुशा माथुर और निकिता मेहरा भी होंगे. मेहमानों के लिए 'फुल कोर्स मील' बनाया जाएगा जिसमें मिलेट्स प्रमुख तौर पर शामिल होंगे.
ये भी पढ़ें: Millets Recipe: सेना के जवान ने बनाई मिलेट्स की खीर, बताई रेसिपी और खाने के फायदे, देखें Video
इस प्रोग्राम की एक खास बात और है. पूसा पहुंचे मेहमान मिलेट्स से रंगोली बनाएंगे जिसमें महिला किसान मदद करेंगी. इससे पूरी दुनिया को दो बातों का संकेत देना है. पहला- दुनिया के भोजन में मिलेट्स को बढ़ावा देना जरूरी है. दूसरा- मिलेट्स की मदद से देशों में खाद्य सुरक्षा लागू की जा सकती है. भारत इस मामले में पूरी दुनिया को रास्ता दिखा रहा है क्योंकि यहां बड़े पैमाने पर मोटे अनाजों की खेती होती है. भारत ने इसी दिशा में साल 2023 को मिलेट्स ईयर घोषित कराया है. इस साल को संयुक्त राष्ट्र ने भारत की पहल पर मोटा अनाज वर्ष घोषित किया है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today