हरियाणा के करनाल जिले की अनाज मंडियों में अगेती किस्म पूसा बासमती 1509 की आवक अब जोर पकड़ने लगी है. इससे किसानों के चेहरे खिल उठे हैं और कीमतें भी पिछले सीजन की तुलना में इस बार काफी अधिक हैं. हाल के सप्ताहों में पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के किसानों की लगातार आवक के बाद, स्थानीय उत्पादकों ने अब अपनी उपज मंडियों में लाना शुरू कर दिया है. बता दें कि पूसा बासमती 1509 धान की एक अगेती किस्म है जो किसानों को अधिक उत्पादन, जल्दी कटाई और मंडी में अच्छा दाम दिलाती है.
अब तक जिले की 6 प्रमुख अनाज मंडियों - करनाल, इंद्री, घरौंडा, तरावड़ी, नीलोखेड़ी और जुंडला में लगभग 72,850 मीट्रिक टन पूसा 1509 धान की आवक हो चुकी है. इसकी तुलना में, पिछले पूरे सीजन में धान की इस किस्म की कुल आवक 1,38,269 मीट्रिक टन थी, जो दर्शाता है कि आने वाले हफ्तों में आवक की गति और बढ़ेगी. करनाल अनाज मंडी में अब तक सबसे अधिक 50,105 मीट्रिक टन आवक दर्ज की गई है, इसके बाद इंद्री में 12,210 मीट्रिक टन, घरौंडा में 6,655 मीट्रिक टन, तरौरी में 3,834 मीट्रिक टन, नीलोखेड़ी में 10 मीट्रिक टन और जुंडला में 37 मीट्रिक टन आवक दर्ज की गई है.
व्यापारियों और कमीशन एजेंटों को उम्मीद है कि जैसे-जैसे पूरे क्षेत्र में कटाई का काम बढ़ेगा, आवक बढ़ती रहेगी. व्यापारियों का मानना है कि बारिश के कारण आवक धीमी है, लेकिन आने वाले दिनों में सभी अनाज मंडियों में इसकी आवक बढ़ेगी. विभिन्न अनाज मंडियों से मिले आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में पूसा बासमती 1509 किस्म की खरीद 2,400 रुपये से 3,250 रुपये प्रति क्विंटल के बीच की जा रही है, जबकि पिछले सीजन में यह 2,000 रुपये से 2,800 रुपये प्रति क्विंटल थी.
किसान बेहतर रिटर्न की पुष्टि कर रहे हैं. अंग्रेजी अखबार 'ट्रिब्यून' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, करनाल अनाज मंडी में पूसा 1509 लेकर आए किसान चरण सिंह ने बताया कि उनकी 10 एकड़ की फसल 3,000 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से खरीदी गई, जबकि पिछले साल यह 2,425 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से खरीदी गई थी. इसी तरह, बलदी गांव के बलबीर सिंह ने अपनी ढाई एकड़ की फसल 2,925 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बेची, जबकि पिछले साल यह 2,650 रुपये प्रति क्विंटल थी. उन्होंने बताया कि बढ़ती लागत के बावजूद, इस सीजन में बेहतर दाम मिलने से किसानों को राहत मिली है.
पूसा बासमती 1509 (Pusa Basmati 1509) धान की एक ज्यादा उपज वाली और अगेती किस्म है. पूसा बासमती 1509 के बहुत फायदे हैं. यह किस्म रोपाई के करीब 115 से 120 दिन में पककर कटाई के लिए तैयार हो जाती है, जबकि पारंपरिक बासमती किस्मों को पकने में 140–150 दिन लगते हैं. पूसा बासमती 1509 का औसत उत्पादन 20-25 क्विंटल प्रति एकड़ तक पहुंच सकता है, जो दूसरी बासमती किस्मों से ज्यादा है.
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