केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार के प्रस्ताव पर सोयाबीन को एमएसपी 4892 रुपए पर खरीदी करने के आदेश जारी किए हैं. लेकिन सोयाबीन उत्पादक किसानों का मानना है कि सरकार उन्हें उनकी फसल पर जो एमएसपी दे रही है वो उनके हिसाब से काफी कम है. इसे लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन और किसानों के सबसे बड़े संगठन भारतीय किसान संघ ने सरकार के सोयाबीन की एमएसपी पर खरीदी करने के निर्णय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
किसान संघ ने कहा है कि सोयाबीन की 4892 प्रति क्विंटल के दर पर खरीद उन्हें मान्य नहीं है. किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष कमल सिंह आंजना का कहना है कि सोयाबीन की एमएसपी पर खरीद होगी तो किसान की लागत भी नहीं निकलेगी. मुनाफा तो दूर की बात है. आंजना ने कहा कि हमारी केंद्र सरकार व राज्य सरकार से मांग है कि एमएसपी की राशि 4892 रुपए प्रति क्विंटल की बजाय सोयाबीन की खरीद 6000 रूपए प्रति क्विंटल की जाए. आंजना ने बताया कि भारतीय किसान संघ आज को सभी जिला मुख्यालयों पर सोयाबीन 6000 रुपए, धान 3100 रुपए, गेहूं 2700 रुपए, मक्का 2500 रुपए प्रति क्विंटल खरीदी करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करेगा.
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भारतीय किसान संघ के प्रांत महामंत्री चंद्रकांत गौर ने बताया कि 16 सितंबर को प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत गांव-गांव जाकर किसानों से आंदोलन में शामिल होने के लिए आह्वान किया जा रहा है. पटेल ने बताया कि विधानसभा चुनाव में सरकार ने धान का 3100 रुपए व गेहूं का 2700 रुपए प्रति क्विंटल मूल्य देने वादा घोषणा पत्र में किया था. लेकिन आठ माह बीत जाने के बावजूद सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया हैं. जबकि ओडिशा और छतीसगढ़ की भाजपा सरकार धान का 3100 और गेहूं का 2700 रुपए प्रति क्विंटल मूल्य दे रही है. ऐसे में मध्य प्रदेश की मोहन सरकार को भी मोदी की गारंटी को पूरा करना चाहिए.
राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने बीकानेर में किसानों की एक बैठक के दौरान भाजपा पर तीखा हमला बोला और कहा कि किसानों की एकता "भाजपा के ताबूत में आखिरी कील" साबित होगी. उन्होंने कहा, "देश भर में किसानों की हर बैठक अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के लिए एक चेतावनी है. किसानों की एकता भाजपा के ताबूत में आखिरी कील होगी. डोटासरा ने कहा, "भाजपा लोगों को धोखा देकर सत्ता में आई और उनसे किए गए एक भी वादे को पूरा करने में विफल रही है. भाजपा शासन में किसान सबसे अधिक उपेक्षित लोगों में से हैं.
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उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर भी निशाना साधा और उनकी सरकार के प्रदर्शन पर सवाल उठाए. डोटासरा ने आरोप लगाया, "मुख्यमंत्री जापान और दक्षिण कोरिया की यात्रा कर रहे हैं, लेकिन वह किसानों के ऋण माफ करने के मुद्दे को हल नहीं कर सकते. लोगों ने सरकार बनाने के लिए भाजपा को वोट दिया, लेकिन यह सर्कस बन गया है. उन्होंने आरोप लगाया, ''राज्य सरकार को दिल्ली में आलाकमान की पर्चियों से निर्देशित किया जा रहा है. मंत्री, विधायक और नौकरशाह मुख्यमंत्री की बात नहीं सुनते हैं.
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